भगवान गणेश को सभी देवताओं में सर्वप्रथम पूजनीय माना जाता है। हर शुभ कार्यों में सबसे पहले इनकी पूजा की जाती है, तभी कोई मंगल कार्य शुरू किया जाता है। कहते हैं इनका नाम लेने से काम बिना किसी विघ्न के पूरा होते हैं। भगवान गणेश माता पार्वती और भगवान शिव के पुत्र हैं।
वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
मंगल को सभी ग्रहों का सेनापति कहा जाता है। मंगल को ऊर्जा, भाई, भूमि, शक्ति, साहस, पराक्रम, शौर्य का कारक ग्रह कहा जाता है। मंगल ग्रह को मेष और वृश्चिक राशि का स्वामित्व प्राप्त है। यह मकर राशि में उच्च होता है, जबकि कर्क इसकी नीच राशि है।
Guru Purnima : गुरु पूर्णिमा कल, नोट कर लें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
Guru Purnima 2025 upay: गुरु पूर्णिमा पर करें मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय
गुरु पूर्णिमा 2025: खूबसूरत संदेशों से खास बना दें गुरुजनों का दिन, 7वां तो है बेस्ट
Shiv Mahapuran: शिवलिंग का इन फूलों से करेंगे पूजन तो बढ़ेगा धन, शिवमहापुराण में है पूरा वर्णन
Happy Guru Purnima 2025: गुरु पूर्णिमा पर अपने इन कोट्स, मैसेज से अपने गुरु को दें सम्मान