
Astro Tips: तुलसी के पास दीपक बुझ जाए, तो क्या है संकेत?
संक्षेप: सुबह-शाम तुलसी के पास दीपक जलाने की परंपरा है। लेकिन कई बार तुलसी के पास जलाया गया दीपक अचानक बुझ जाता है। चलिए इससे जुड़ी मान्यताएं जानते हैं।
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बेहद पूजनीय माना जाता है। मान्यता है कि इस मां लक्ष्मी का वास होता है। साथ ही यह पौधा भगवान विष्णु को बेहद प्रिय है। यह वजह है कि अगर जो कोई श्रद्धा भाव से नियमित तुलसी की पूजा करता है। उस पर मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा बरसती है। पूजा के अलावा सुबह-शाम तुलसी के पास दीपक जलाने की परंपरा है। यह घर में सुख, शांति और सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने का काम करता है। लेकिन कई बार तुलसी के पास जलाया गया दीपक अचानक बुझ जाता है। ऐसे में आज हम जानेंगे कि तुलसी के पास जलाया गया दीपक का अचानक बुझना किस बात का संकेत होता है। चलिए इससे जुड़ी मान्यताएं जानते हैं।

ऊर्जा में गड़बड़ी
तुलसी के पास दीपक नियम के मुताबिक जलाना चाहिए। तुलसी के पास हर शाम घी या तेल का दीपक जलाना शुभ माना गया है। इससे देवी लक्ष्मी की कृपा घर में बनी रहती है। लेकिन अगर दीपक अपने आप बुझ जाए तो उसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। मान्यतानुसार यह इस बात का संकेत देता है कि घर की ऊर्जा में कुछ गड़बड़ी हो सकती है या घर में किसी प्रकार की नेगेटिविटी प्रवेश कर रही है।
खुद-ब-खुद दीपक का बुझना
इतना ही नहीं अगर दीपक हवा से नहीं बल्कि खुद-ब-खुद बुझ जाए, तो यह तुलसी माता के नाराजगी का संकेत हो सकता है। हो सकता है आपने तुलसी की ठीक से सेवा नहीं की हो, जैसे सुबह पानी न देना, पौधे के पास गंदगी रह जाना या दीपक में तेल की कमी रखना।
हालांकि, हमेशा इसे अंधविश्वास की नजर से नहीं देखना चाहिए। कभी-कभी दीपक बुझने के पीछे कुछ और भी वजहें हो सकती है। जैसे हवा का झोंका, घी या तेल की मात्रा का कम होना या बाती का नमी से भीग जाना। इसलिए पहले कारण को समझना जरूरी है।
अगर आप चाहते हैं कि दीपक बार-बार ना बुझे, तो ध्यान रखें कि उसमें पर्याप्त तेल या घी हो और बाती ठीक से लगी हो। अगर संभव हो तो कांच की ढक्कन वाली दीपदान का इस्तेमाल करें जिससे हवा लगने की संभावना कम हो जाए। अगर दीपक बुझ रहा है, तो घबराएं नहीं, बल्कि शांत मन से दोबारा दीपक जलाएं, थोड़ी प्रार्थना करें और तुलसी के पास एक ताजा फूल चढ़ा दें। ऐसा करने से नेगेटिविटी खत्म होती है और सकारात्मक ऊर्जा फिर से सक्रिय हो जाती है।
डिस्क्लेमर- (इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए वास्तुशास्त्र विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)





