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Ambe ji ki aarti: नवरात्रि में रोज पढ़ें अंबे तू है जगदंबे काली, अंबे जी की आरती

  • शारदीय नवरात्र 3 अक्टूबर से शुरू हो रहे हैं। मां का आगमन अश्विन मास की प्रतिपदा के दिन होगा। इसके बाद नवरात्र की नवमी पर कन्या पूजन के साथ मां की विदाई होगी। इन नौ दिनों में रोज सुबह-शाम मां दुर्गा की आरती करनी चाहिए।

Anuradha Pandey लाइव हिन्दुस्तानWed, 2 Oct 2024 07:02 AM
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Ambe Tu Hai Jagdambe Kali Aarti :शारदीय नवरात्र 3 अक्टूबर से शुरू हो रहे हैं। मां का आगमन अश्विन मास की प्रतिपदा के दिन होगा। इसके बाद नवरात्र की नवमी पर कन्या पूजन के साथ मां की विदाई होगी। इन नौ दिनों में रोज सुबह-शाम मां दुर्गा की आरती करनी चाहिए।

अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली,

तेरे ही गुण गावें भारती, ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।

तेरे भक्त जनो पर माता भीर पड़ी है भारी

।दानव दल पर टूट पड़ो मां करके सिंह सवारी॥

सौ-सौ सिहों से बलशाली, है अष्ट भुजाओं वाली,

दु्खियों के दुखड़े निवारती, ।ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

मां-बेटे का है इस जग में बड़ा ही निर्मल नाता।

पूत-कपूत सुने है पर ना माता सुनी कुमाता॥

सब पे करूणा दर्शाने वाली, अमृत बरसाने वाली,

दुखियों के दुखड़े निवारती।ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

नहीं मांगते धन और दौलत, न चांदी न सोना।

हम तो मांगें तेरे चरणों में छोटा सा कोना॥

सबकी बिगड़ी बनाने वाली, लाज बचाने वाली,सतियों के सत को संवारती।

ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

चरण शरण में खड़े तुम्हारी, ले पूजा की थाली।

वरद हस्त सर पर रख दो मां संकट हरने वाली॥

माँ भर दो भक्ति रस प्याली, अष्ट भुजाओं वाली,भक्तों के कारज तू ही सारती।

ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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