झारखंड Elections 2019 : डाल्टनगंज विधानसभा सीट पर 63.90% मतदान, नतीजों का इंतजार
झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में पलामू जिले की डाल्टनगंज विधानसभा सीट पर पर 63.90% मतदान दर्ज किया गया। पांच चरणों में चल रहे चुनाव में डाल्टनगंज सीट पर पहले चरण में 30 नवंबर को मदतान हुआ। ...
झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में पलामू जिले की डाल्टनगंज विधानसभा सीट पर पर 63.90% मतदान दर्ज किया गया। पांच चरणों में चल रहे चुनाव में डाल्टनगंज सीट पर पहले चरण में 30 नवंबर को मदतान हुआ। यहां सुबह सात बजे से शाम तीन बजे तक मदान हुआ जिसमें 63.90 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई। झारखंड की नक्सल प्रभावित सीटों में से एक डाल्टनगंज में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। खबर है कि यहां किसी बात को लेकर कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता एक-दूसरे पर भिड़ गए। इस दौरान एक कांग्रेसी नेता ने पिस्टल लहराई। पुलिस ने आरोपी नेता की पिस्टल जमा करा ली है और मामला दर्ज कर लिया है। 23 दिसंबर को मतगणना होने के साथ यहां का चुनाव परिणाम घोषित किया जाएगा।
प्रमुख उम्मीदवार भाजपा से आलोक चौरसिया, कांग्रेस से के एन त्रिपाठी और झाविमो से डॉ. राहुल अग्रवाल मैदान में हैं। कुछ देर में आप यहां का वोटिंग परसेंटेज देख पाएंगे। पढ़िए इस सीट की खास बातें-
डालटनगंज में पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री केएन त्रिपाठी और वर्तमान विधायक आलोक चौरसिया की साख दांव पर है। त्रिपाठी कांग्रेस उम्मीदवार हैं। चौरसिया पिछली बार झाविमो से जीतने के बाद भाजपा में शामिल हो गए। इस बार भाजपा के उम्मीदवार हैं।
प्रमुख उम्मीदवार
भाजपा-आलोक चौरसिया
कांग्रेस-के एन त्रिपाठी
झाविमोः डा. राहुल अग्रवाल
मतदान केंद्र-426
कुल मतदाता-3,45,676
पुरुष मतदाता-1,81,656
महिला मतदाता-1,64,020
- विरोधी हताशा में कुछ भी कहें, लेकिन आपके जल, जमीन और जंगल की सुरक्षा, आपके हितों पर भाजपा दीवार बनकर खड़ी रहेगी कोई, आंच नहीं आने देगी।
- नई, बसें, ट्रक टैंपो, के माध्यम से तो रोज़गार मिल ही रहा है, अब यहां एक नया स्टील प्लांट भी जल्द ही तैयार होने वाला है। इतना ही नहीं, यहां से जो बॉक्साइट निकल रहा है, उसका बड़ा हिस्सा यहीं के विकास में लगे, इसका भी प्रावधान पहली बार भाजपा की सरकार ने ही किया है।
- भाजपा सरकार के ईमानदार प्रयासों की वजह से ही आज झारखंड के गांव-गांव में सड़कें पहुंच रही हैं। गांव-गांव में बिजली पहुंच रही है। बदलते हुए हालात में अब यहां रोजगार के नए साधन तैयार हो रहे हैं।
- बीते पांच वर्षों में यहां की भाजपा सरकार ने नए झारखंड के लिए सामाजिक न्याय के पांच सूत्रों पर काम किया है।
- भाजपा ने झारखंड को एक स्थिर सरकार दी है। भाजपा ने झारखंड में भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए दिन रात काम किया है, पारदर्शी व्यवस्थाएं बनाई हैं। भाजपा ने झारखंड को लुटने से बचाया है यहां ‘समृद्धि’ का मार्ग खोला है।
- भाजपा ने झारखंड के हर समाज के हर व्यक्ति को सम्मान से जीने का हक दिलाया है, उसका गौरव बढ़ावा है। भाजपा ने झारखंड को नक्सलवाद और अपराध से मुक्ति दिलाने के लिए, भयमुक्त वातावरण के लिए प्रयास किया है।
- झारखंड में नक्सलवाद की ये समस्या इसलिए भी बेकाबू हुई क्योंकि यहां राजनीतिक अस्थिरता थी। यहां सरकारें पिछले दरवाजे से बनती और बिगाड़ी जाती थीं। क्योंकि उनके मूल में स्वार्थ होता था, करप्शन होता था।
- इन स्वार्थी लोगों में झारखंड की सेवा की कोई भावना नहीं है। इन स्वार्थी लोगों के गठबंधन का एकमात्र एजेंडा है- सत्ताभोग और झारखंड के संसाधनों का दुरुपयोग। और इसी फिराक में ये एक बार फिर आपको भ्रमित कर रहे हैं, आपसे वोट मांग रहे हैं।