केरल में 20 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे पिनराई विजयन, कैबिनेट में होंगे 21 मेंबर्स
पिनराई विजयन 20 मई को केरल के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ 21 कैबिनेट के सदस्य भी मंत्रीपद की शपथ लेंगे। यह जानकारी एलडीएफ संयोजक और सीपीआई (एम) के राज्य सचिव ए विजयराघवन ने सोमवार को दी। छह...
पिनराई विजयन 20 मई को केरल के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ 21 कैबिनेट के सदस्य भी मंत्रीपद की शपथ लेंगे। यह जानकारी एलडीएफ संयोजक और सीपीआई (एम) के राज्य सचिव ए विजयराघवन ने सोमवार को दी। छह अप्रैल को केरल में हुए विधानसभा चुनाव के बाद दो मई को आए नतीजों में एलडीएफ को जीत मिली थी। कोरोना वायरस महामारी की वजह से लेफ्ट सरकार का यह शपथ ग्रहण समारोह काफी साधारण होने वाला है और कुछ ही लोगों को इनवाइट किया जाएगा। राघवन ने यह भी कहा कि मंत्रियों के विभागों का फैसला मुख्यमंत्री करेंगे। चूंकि एलडीएफ को विधानसभा चुनावों के दौरान हर वर्ग के लोगों का अपार समर्थन मिला है, ऐसे में हम एक ऐसी सरकार बनाना चाहते हैं जिसमें सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व हो जो सभी की उम्मीदों पर खरा उतर सके।
सीपीआई (एम) नेता ने कहा, ''अभी 21 कैबिनेट सदस्यों के साथ सरकार बनाने का फैसला लिया गया है। इसमें से एलडीएफ के 12, सीपीआई के 4, केरल कांग्रेस (एम), जनता दल (एस) और एनसीपी के एक-एक नेता शामिल होंगे। चूंकि कैबिनेट में 21 से अधिक सदस्यों को शामिल करने पर प्रतिबंध है, एलडीएफ ने अपने चार सहयोगियों, जिनके पास एक विधायक है, को कार्यकाल के आधार पर मंत्री पद साझा करने का फैसला किया है। इसके साथ, यह स्पष्ट हो गया है कि एंटनी राजू, (जनधिपति केरल कांग्रेस), केबी गणेश कुमार (केरल कांग्रेस-बी), अहमद देवरकोविल (इंडियन नेशनल लीग) और रामचंद्रन कडनपल्ली (कांग्रेस-एस) को कैबिनेट में दो चरणों में शामिल किया जाएगा।
वहीं, सीपीआई (एम) और सीपीआई क्रमशः स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पदों पर रहेंगे, वहीं मुख्य सचेतक पद केसी-एम के उम्मीदवार के पास जाएगा। उन्होंने बताया कि एलडीएफ संसदीय दल के नेता का चुनाव मंगलवार को किया जाएगा, जिसके बाद शपथ ग्रहण समारोह के संबंध में राज्यपाल से सलाह ली जाएगी। इससे पहले, माकपा मुख्यालय एकेजी सेंटर में एलडीएफ राज्य समिति की बैठक की अध्यक्षता करने वाले विजयन ने छह अप्रैल को हुए विधानसभा चुनावों में अपनी ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाने के लिए प्रमुख नेताओं की मौजूदगी में केक काटा।
बैठक में केरल कांग्रेस (बी) के पूर्व प्रमुख स्वर्गीय आर बालकृष्ण पिल्लई को भी श्रद्धांजलि दी गई, जिनका इस महीने की शुरुआत में निधन हो गया था। एलडीएफ ने केरल में अपने प्रतिद्वंद्वियों-कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) और एनडीए को हराकर 99 सीटें जीतकर सत्ता बरकरार रखी है। जबकि यूडीएफ केवल 41 सीटों का जीत हासिल कर सका। बीजेपी एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हो सकी।