जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) ने अनुमान से अच्छा प्रदर्शन किया है। राज्य विधानसभा की कुल 90 सीटों के चुनाव की मतगणना में अब तक घोषित 84 सीटों के नतीजों में एनसी ने 39 सीटें जीती हैं और तीन सीटों पर उसके प्रत्याशी आगे चल रहे थे। उसके साथ मिलकर चुनाव लड़ी कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार छह सीटों पर विजयी हुए हैं। इस तरह दोनों पार्टियां मिलकर 45 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी हैं और उन्हें स्पष्ट बहुमत मिलना तय है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं एनसीपी के नेता उमर अब्दुल्ला ने अपनी पार्टी को मिले जन समर्थन को 'उम्मीद से ज्यादा' बताते हुए कहा है कि पार्टी लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करेगी। संविधान के अनुच्छेद 370 को समाप्त किए जाने के बाद एक अलग माहौल में इस केन्द्र शासित प्रदेश में हुए पहले चुनाव में बड़ी उम्मीद के साथ चुनाव लड़ने वाली भाजपा को 27 सीटें मिली हैं और दो सीटों पर उसके प्रत्याशी आगे चल रहे थे। भाजपा की सफलता मुख्य़तः जम्मू क्षेत्र में रही। राज्य में तीसरी सबसे बड़ी राजनीतिक ताकत माने जाने वाली महबूबा मुफ्ती की पार्टी (पीडीपी) केवल तीन सीटों पर सिमट गई है, जबकि सात सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते हैं। डोडा सीट जीतकर आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार मेहराज मलिक ने जीत दर्ज कर राज्य में पहली बार अपनी पार्टी का खाता खोला है।
जम्मू-कश्मीर में जल्दी ही नेता विपक्ष चुनेगी BJP, दो केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त
जम्मू-कश्मीर में नई सरकार के गठन की तैयारी तेज, हटाया गया राष्ट्रपति शासन
जम्मू-कश्मीर में सरकार चलाने में परेशानी हो तो मुझसे पूछ लेना, उमर अब्दुल्ला से बोले केजरीवाल; बदले में क्या मांगा
कश्मीर में कांग्रेस को लग सकता है झटका, बड़े उलटफेर के आसार; उमर अब्दुल्ला के बयानों से मिल रहे संकेत
कश्मीर के लोगों ने अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए दिए वोट, EC पर भी जताया भरोसा; सर्वे में खुलासा