हरियाणा की सभी विधानसभा सीटों के लिए एक ही फेज में 5 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे और 8 अक्टूबर को नतीजे आएंगे। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव के लिए 21 अक्टूबर को वोट डाले गए थे और 24 अक्टूबर को चुनाव परिणामों की घोषणा हुई थी। हरियाणा में पिछले 10 सालों से बीजेपी का शासन है, लेकिन लोकसभा चुनाव के नतीजों को बाद अब सबकी निगाहें इस बात पर टिक गई हैं कि क्या बीजेपी यहां हैट्रिक लगा पाएगी। 2014 के चुनाव में बीजेपी 90 सदस्यों वाली विधानसभा में अपने बूते बहुमत की सरकार बनाने में सफल रही और मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री बने। पिछली बार यानी वर्ष 2019 में 40 सीटों पर विजय के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। कांग्रेस ने 31 सीटों पर जीत दर्ज की थी और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) को 10 सीटों पर सफलता मिली थी। चुनाव परिणामों के बाद भाजपा और जेजेपी ने मिलकर सरकार बनाई और खट्टर एक बार फिर सीएम बने। इसी साल मार्च में बीजेपी और जेजेपी का गठबंधन टूट गया और मनोहर लाल खट्टर ने सीएम के पद से इस्तीफा दे दिया। बीजेपी ने इसके बाद ओबीसी नायब सिंह सैनी पर दांव खेला और उन्हें सूबे का मुख्यमंत्री बना दिया। इस बार भी मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही माना जा रहा है। अभय सिंह चौटाला की पार्टी इनेलो ने मायावती की बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन किया है।