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हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: राजनीति में आने से पहले डॉक्टर थे लाडवा विधायक पवन सैनी

राजनीति में आने से पहले लाडवा विधायक पवन सैनी एक आयुर्वेदिक डॉक्टर और जो दो स्कूल चलाते थे। सैनी पहले बहादुरपुर गांव के सरपंच भी थे। वह 90 के दशक में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में ABVP नेता...

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: राजनीति में आने से पहले डॉक्टर थे लाडवा विधायक पवन सैनी
चंडीगढ़। हिन्दुस्तान टाइम्सSat, 21 Sep 2019 07:30 PM
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राजनीति में आने से पहले लाडवा विधायक पवन सैनी एक आयुर्वेदिक डॉक्टर और जो दो स्कूल चलाते थे। सैनी पहले बहादुरपुर गांव के सरपंच भी थे। वह 90 के दशक में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में ABVP नेता और BJYM राज्य के कार्यकारी सदस्य और भाजपा मंडल अध्यक्ष रह चुके हैं। वह कुरुक्षेत्र के लिए पार्टी प्रभारी थे, लेकिन पिछली बार 2014 के विधानसभा चुनाव में ही उन्हें टिकट दिया गया था। सैनी एक पर्यावरणविद् होने के साथ साइकिल चलाने के भी शौकीन हैं।

शैक्षणिक योग्यता : BAMS

2014 में घोषित संपत्ति : 9.29 करोड़ रुपये

चल संपत्ति : 73.12 लाख रुपये

अचल संपत्ति : 8.56 करोड़ रुपये

लाडवा सीट पर एक नजर

लाडवा विधानसभा क्षेत्र 2007 में रादौर, शाहबाद और थानेसर खंडों से कुछ हिस्सा लेने के बाद बनाया गया था। जाट और कंबोज बाहुल्य इस निर्वाचन क्षेत्र में 2014 में पहली बार सैनी समुदाय को बढ़त मिली थी। यह पहली बार था जब भाजपा ने 2014 में इनेलो और कांग्रेस के खिलाफ इस सीट पर मजबूती चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। 

चुनावी इतिहास

2014: भाजपा के पवन सैनी ने इनेलो की बचन कौर बरशमी को 2,992 वोटों से हराया।

2009: इनेलो के शेर सिंह बरसमी ने कांग्रेस के कैलाशो सैनी को 2,505 से हराया।

कैसा रहा सैनी का प्रदर्शन 

पवन सैनी के कार्यकाल में हुए कामों पर नजर डालें तो यहां नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, उपोष्ण कटिबंधीय फलों के लिए भारत-इजरायल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, एक किसान विश्राम गृह, एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और एक केंद्रीय विद्यालय स्थापित किया गया है। पेयजल सुविधाओं में सुधार के लिए उन्हें 17 करोड़ रुपये की परियोजना मिली। हालांकि, स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में सुधार की जरूरत है। साथ ही अधिकारियों के साथ मिलकर लोगों की दिन-प्रतिदिन की समस्याओं का जल्द और सही तरीके से समाधान नहीं करने के लिए सैनी की आलोचना भी की जाती है।

विधायक की प्रतिक्रिया

मैंनें यहां 300 करोड़ रुपये के विकास कार्य कराए हैं। 1983 से लाडवा उप-तहसील था और भाजपा की सरकार ने इसे एक उप-मंडल में बदल दिया। हमने वह किया जो किसी पार्टी ने 34 साल तक नहीं किया।

2019 का चुनाव कार्यक्रम

हरियाणा में विधानसभा चुनाव 21 अक्टूबर को होंगे। वोटों की गिनती 24 अक्टूबर को होगी। चुनाव के लिए अधिसूचना 27 सितंबर को जारी की जाएगी। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 4 अक्टूबर है, जबकि नामांकन पत्र की जांच 5 अक्टूबर को जांच की जाएगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 7 अक्टूबर है। बता दें कि 90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल दो नवंबर को खत्म हो रहा है।

2014 में भाजपा को मिली थीं 47 सीट 

हरियाणा में 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में, भाजपा ने 47 सीट, इंडियन नेशनल लोकदल(आईएनएलडी) ने 19 जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस ने 15 सीटें जीती थी। वहीं हरियाणा जनहित कांग्रेस(एचजेसी) ने दो सीट, शिरोमणी अकाली दल(शिअद) और बहुजन समाज पाटीर्(बसपा) ने एक-एक सीटें जीती थी। पांच निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी यहां चुनाव में जीत दर्ज की थी।

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