सर्वे के अनुसार प्रदेश की कुल 200 सीटों में से 95 से 105 सीटों के जरिए बीजेपी राजस्थान में विजय पताका लहरा सकती है। वहीं कांग्रेस के खाते में 91 से 101 सीट आने का अनुमान लगाया जा रहा है।
Rajastahn Election Survey: राजस्थान में चुनाव करवाए जाएं तो बीजेपी और कांग्रेस में कड़ी टक्कर नजर आ रही है। सर्वे के अनुसार राजस्थान में आज अगर चुनाव हो तो बीजेपी-कांग्रेस में बराबरी की टक्कर है।
गुजरात में दूसरे चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद सोमवार शाम आए सभी एग्जिट पोल ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनने का दावा किया है। अधिकतर एग्जिट पोल में भविष्यवाणी की गई है।
गुजरात की जनता ने अपना फैसला सुना दिया है। दो चरणों में सभी 182 सीटों पर मतदान हो चुका है। 8 दिसंबर को काउंटिंग के साथ यह साफ हो जाएगा कि अगले 5 साल तक किसकी सरकार होगी और किसे विपक्ष में बैठना होगा।
गुजरात में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनेगी या कांग्रेस की वापसी होगी? अरविंद केजरीवाल की मेहनत का कितना फायदा आम आदमी पार्टी (आप) को होगा? हिमाचल में राज बदलेगा या रिवाज? नतीजों से पहले एग्जिट पोल।
गुजरात में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग खत्म होने के साथ ही अब एग्जिट पोल की बारी है। मतदान खत्म होने की घोषणा के साथ ही एग्जिट पोल के नतीजे आने शुरू हो जाएंगे।
गुजरात में पहले फेज की वोटिंग एक दिसंबर को होने जा रही है। पहले फेज में 89 सीटों पर मतदाता अपना फैसला सुनाने जा रहे हैं। वोटिंग से पहले ताजा सर्वे में जनता का मूड भांपने की कोशिश की गई है।
गुजरात में पहले फेज की वोटिंग में महज दो दिन का समय बचा है। 1 दिसंबर को 89 सीटों पर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने जा रहे हैं। इससे पहले प्रचार के आखिर समय में सभी पार्टियों ने दमखम झोंक दिया।
गुजरात में पहली बार पूरे दमखम से लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) को विधानसभा चुनाव में कितनी सफलता मिलेगी? क्या केजरीवाल कांग्रेस को पछाड़ पाएंगे या 27 सालों से सरकार चला रही भाजपा को डैमेज करेंगे?
गुजरात में विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग महज 10 दिन बाद 1 दिसंबर को होगी। 5 दिसंबर को दूसरे चरण की वोटिंग होगी तो 8 दिसंबर को नतीजे आएंगे। ऐसे में राज्य में चुनाव प्रचार अभियान चरम पर है।
गुजरात में अब पहले चरण की वोटिंग में महज 10 दिन का समय बचा है। जनता किसे सत्ता चलाने का मौका देगी और किसे विपक्ष में बैठने का आदेश यह तो 8 दिसंबर को काउंटिंग के बाद ही पता चल पाएगा।
27 साल से भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार, इस बार क्या खत्म होगा कांग्रस का इंतजार? गुजरात में विधानसभा चुनाव के बीच यह सबसे बड़ा सवाल कायम है, जिसका सटीक जवाब 8 दिसंबर को मिलेगा।
हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को राज्य के मतदाता ईवीएम में अपना फैसला दर्ज करेंगे जो 8 दिसंबर को सामने आएगा। फिलहाल गुरुवार शाम को आए 4 ओपिनियन पोल ने जनता का मूड बताने की कोशिश की है।
दर्वे के मुताबिक, प्रदेश में कड़ा मुकाबला होते नजर आ रहा है। पोल के मुताबिक, 47 प्रतिशत लोगों का मानना है कि राज्य में एक बार फिर से बीजेपी सरकार बनाएगी।
हिमाचल प्रदेश में मतदान की घड़ी बेहद नजदीक आ चुकी है। नेताओं के धुआंधार चुनाव प्रचार के बीच जनता ने भी अपना मूड लगभग तय कर लिया है। 12 अक्टूबर को जनता अपना फैसला सुनाने जा रही है।
गुजरात में वोटिंग में अब एक महीने से भी कम का समय रह गया है। 1 और 5 दिसंबर को यहां मतदान होगा और 8 दिसंबर को नतीजे घोषित होंगे। इस बीच अलग-अलग सर्वे एजेंसी ने ओपिनियन पोल के आंकड़े जारी किए हैं।
सर्वे में लोगों से पूछा गया कि गुजरात में आप के चुनाव से किस पार्टी को नुकसान होगा? इसी सवाल को लेकर सी-वोटर सर्वे किया है। सर्वे में 45 प्रतिशत लोगों ने कहा कि बीजेपी को नुकसान होगा।
ओपिनियन पोल सर्वे के अनुसार राज्य में दोबारा बीजेपी की सरकार बन रही है। इस सर्वे के मुताबिक बीजेपी को जहां 41 सीटों के साथ बहुमत मिलता हुआ दिखाई दे रहा है वहीं कांग्रेस को 25 सीटें दिखाई दे रही।
कांग्रेस के बड़े नेता जहां गुजरात से दूर हैं, वहीं राज्य में कांग्रेस के मौजूदा विधायक और स्थानीय नेता गांव-गांव जाकर लोगों से मिल रहे हैं और रैली और सभाओं के जरिए जनता को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।
निर्वाचन आयोग द्वारा हिमाचल प्रदेश में चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही भाजपा, कांग्रेस सहित कई राजनैतिक पार्टियां ने कमर कस ली है। पीएम मोदी फैक्टर काम करेगा। सीवोटर सर्वे में खुले राज।