पटना: अंतिम संस्कार में अब नही चलेगी किसी की मनमानी, नगर निगम ने उठाया ये कदम
पटना के श्मशान घाटों पर दाह संस्कार के लिए अब लोगों को लकड़ी विक्रेता, नाई और पंडित की मनमानी का शिकार नहीं होना होगा। इसके लिए पटना नगर निगम द्वारा शुल्क निर्धारित कर दिया गया है। मंगलवार से गुल्बी...
इस खबर को सुनें
पटना के श्मशान घाटों पर दाह संस्कार के लिए अब लोगों को लकड़ी विक्रेता, नाई और पंडित की मनमानी का शिकार नहीं होना होगा। इसके लिए पटना नगर निगम द्वारा शुल्क निर्धारित कर दिया गया है। मंगलवार से गुल्बी घाट, बांस घाट और खाजेकलां घाट पर इस व्यवस्था को लागू कर दिया गया। इसका उद्घाटन मेयर सीता साहू द्वारा किया गया।
मेयर ने बताया कि भामाशाह फाउंडेशन के सहयोग से दाह संस्कार की नई व्यवस्था को लागू किया गया है। इसके पहले निगम की सशक्त स्थायी समिति द्वारा सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को पारित किया गया था। बताया कि इसके तहत अब लोगों को कम शुल्क में दाह संस्कार की सुविधा मिलेगी। इसके लिए सभी घाटों पर निर्धारित शुल्क को दीवारों पर प्रदर्शित भी किया जाएगा।
ये है शुल्क
इसके तहत सात मन, नौ मन और 11 मन आम की लकड़ी से संस्कार के लिए क्रमश: 2300, 2600 और 2900 रुपया तय किया गया है। शव को जलाने एवं लकड़ी गाड़ने के लिए 300 रुपये, नाई और पंडित के लिए 100 रुपया निर्धारित किया गया है। वहीं विद्युत शवदाहगृह के सरकारी मशीन पर जलाने हेतु 300 रुपये, शव को मशीन तक ले जाने के लिए 100 रुपये तय किए गए हैं। इसके अलावा निगम द्वारा डोमराजा के लिए निर्धारित शुल्क 500 रुपये का भी भुगतान करना होगा