बिहार में चुनावी सीजन के बीच हवाला कारोबारियों पर कार्रवाई, ईडी ने 4 के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट
चुनावी मौसम में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हवाला कारोबारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। मुजफ्फरपुर के तीन और कोलकाता के एक हवाला कारोबारी के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट के तहत सजा और...
चुनावी मौसम में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हवाला कारोबारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। मुजफ्फरपुर के तीन और कोलकाता के एक हवाला कारोबारी के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट के तहत सजा और संपत्ति के पूर्ण स्वामित्व के लिए पटना की अदालत में चार्जशीट दाखिल की गई है। इनपर नोटबंदी के बाद कई बैंक खातों के जरिए पुराने नोटों को खपाने और हवाला रैकेट चलाने के मामले में ईडी पहले ही कार्रवाई कर चुकी है।
4.61 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई
इन हवाला कारोबारियों के खिलाफ ईडी ने नोटबंदी के बाद कार्रवाई शुरू की थी। इस मामले में सबसे पहले मुजफ्फरपुर पुलिस ने दिसम्बर 2016 में एफआईआर दर्ज किया था। इसी को आधार बनाकर ईडी ने मनी लॉड्रिंग की जांच शुरू की थी। जांच के दौरान पता चला कि नोटबंदी के बाद राज कुमार गोयनका ने खुद और अपने भाइयों के साथ बड़ी राशि का गोलमाल किया।
अपने कर्मचारियों के नाम पर उन्होंने बैंक खाते खोले और बगैर उनकी जानकारी के बड़ी मात्रा में बंद किए गए पुराने नोटों को बैंक खातों में जमा कराया और उसे दूसरे खातों में ट्रांसफर कर निकाल लिया गया। रुपए कोलकाता, दिल्ली और मुंबई जैसे कई शहरों में भेजे गए थे। इस तरह से 25.80 करोड़ की राशि की हेरफेर की गई थी। ईडी ने इस मामले में अबतक 4.61 करोड़ की संपत्ति को जब्त कर चुकी है। मुजफ्फरपुर में राज कुमार गोयनका और कोलकाता में पंकज कुमार अग्रवाल के ठिकानों के साथ कई जगह तलाशी ली गई थी। इस दौरान कई सेल (फर्जी) कंपनियों का खुलासा हुआ था।
पिछले महीने हुई थी गिरफ्तारी
ईडी ने हवाला कारोबारी राज कुमार गोयनका और पंकज अग्रवाल को 22 सितम्बर 2020 को मुजफ्फरपुर और कोलकाता से गिरफ्तार किया था। दोनों अभी बेऊर केन्द्रीय कारा में बंद हैं।