बिहार में दूसरी बार तीन चरणों में विधानसभा का चुनाव होने जा रहा है। इससे पहले 2005 के नवंबर में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव हुआ था।
बिहार में विधानसभा का चुनाव सबसे अधिक चरणों में वर्ष 2010 में हुआ था। वर्ष 2010 में छह चरणों में चुनाव हुए थे। वर्ष 2015 में विधानसभा चुनाव पांच चरणों में हुए थे। वहीं, वर्ष 2005 में बिहार में दो बार विधानसभा का चुनाव हुआ। फरवरी में चुनाव चार चरणों में तथा नवंबर का चुनाव तीन चरणों में संपन्न हुआ था।
वहीं इस बार वर्ष 2020 के चुनाव तीन चरणों में हो रहे हैं। विधि-व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने और शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने को लेकर बिहार में कई चरणों में चुनाव कराने की शुरुआत हुई। पहले एक चरण में चुनाव हुआ करते थे। बाद में चुनाव के दौरान स्थानीय पुलिस के अलावा सेंट्रल फोर्स की तैनाती बढ़ती चली गई।
1990 के पहले के चुनाव को लेकर सर्वोच्च न्यायालय का भी आदेश आया था कि चुनाव के दौरान पर्याप्त संख्या में केंद्रीय फोर्स की तैनाती की जाए। इसको लेकर बाद के चुनाव में इसके चरणों की संख्या बढ़ानी पड़ी। एक ही फोर्स को एक से अधिक जगहों पर इस्तेमाल किए जाने को लेकर कई चरणों में चुनाव की परंपरा शुरू हुई। खासकर बिहार में चरणों में चुनाव शुरू हुए। बिहार में चुनावी हिंसा व नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को देखते हुए अधिक चरणों में चुनाव कराए जाने लगे।