Bihar Chunav: जेठ और बहू के बीच सियासी संग्राम, विधायक बनने को रिश्ते दांव पर
बिहार में पहले चरण का चुनावी प्रचार चटक होने लगा है। एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के साथ ही दांव जीतने के लिए प्रत्याशी हर कोशिश में लगे हैं। चुनावी अखाड़े में एक दूसरे को पटखनी दे विधायक बनने की होड़...
बिहार में पहले चरण का चुनावी प्रचार चटक होने लगा है। एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के साथ ही दांव जीतने के लिए प्रत्याशी हर कोशिश में लगे हैं। चुनावी अखाड़े में एक दूसरे को पटखनी दे विधायक बनने की होड़ में आपसी रिश्ते भी दांव पर लग गए हैं। कहीं भसुर और बहु के बीच दिलचस्प मुकाबले के आसार नजर आ रहे हैं तो कहीं देवरानी-जेठानी आमने सामने हैं।
संदेश विधानसभा क्षेत्र में पूर्व विधायक विजयेन्द्र कुमार यादव एनडीए के जदयू प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में हैं तो महागठबंधन की ओर से राजद ने इस बार एक मामले में फरार चल रहे विधायक अरुण यादव की पत्नी किरण देवी को उतार दिया है। दोनों आपस में भसुर व भावज हैं। इनके एक दूसरे के खिलाफ ताल ठोकने से यहां का चुनावी मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
यहां इसके पहले 2010 में भी दो भाइयों में मुकाबला हुआ था। तब राजद उम्मीदवार विजयेन्द्र यादव के सामने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार उनके छोटे भाई अरुण यादव ने बिगुल फूंक दिया था। तब दोनों भाइयों के मुकाबले का लाभ भाजपा प्रत्याशी संजय सिंह टाइगर को मिला था और उन्होंने जीत दर्ज कर ली। हालांकि 2015 के चुनाव में राजद की ओर से अरुण यादव को उम्मीदवार बनाये जाने पर पूर्व विधायक व उनके बड़े भाई विजयेन्द्र ने समर्थन किया था और दोनों के बीच मुकाबला नहीं हो सका था। इसका लाभ अरुण को मिला और वे चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बन गये। पूर्व में दो भाइयों के मुकाबले के गवाह बने संदेश के अखाड़े में इस बार भैंसुर व भावज के चुनावी मुकाबले को ले जोरदार चर्चा है।
शाहपुर में देवरानी-जेठानी आमने सामने :
शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में जेठानी और देवरानी मैदान में हैं। भाजपा प्रत्याशी के रूप में देवरानी मुन्नीलाल हैं तो उनकी जेठानी शोभा देवी निर्दलीय चुनाव में उतरी हैं। चुनावी मैदान में दोनों के सामने-सामने होने से लोग रोचक तरीके से इसे देख रहे हैं।