मंगलवार को आने वाला बिहार विधानसभा चुनाव- 2020 का चुनाव परिणाम किसके लिए मंगल होगा, आज इसका फैसला होगा। बिहार को बतौर मुख्यमंत्री 15 साल से अपनी सेवा दे रहे नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार एकबार फिर बनेगी या बिहार की जनता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनाने जा रही है, इस रहस्य से आज पर्दा उठ जाएगा।
17वीं बिहार विधानसभा के गठन के लिए तीन चरणों में 243 सीटों पर हुए चुनाव की मतगणना सुबह आठ बजे से शुरू होगी और नौ बजे से शुरुआती रुझान आने शुरू हो जाएंगे। सबसे पहले बैलेट वोटों की गिनती की जाएगी। इसके बाद ही ईवीएम से निकले वोटों की गिनती होगी। मतगणना केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच ईवीएम खुलेगा और एक-एक वोट की गिनती शुरू होगी। वोटों की गिनती के लिए मतगणनाकर्मियों को पहले ही प्रशिक्षण दिया जा चुका है। साथ ही, कोरोना को लेकर सामाजिक दूरी का पालन करते हुए मतगणना केंद्रों को वोटों की गिनती के पूर्व, इसके दौरान एवं बाद में इन्हें सेनेटाइज करने की भी व्यवस्था की गयी है। मतगणना केंद्रों पर सभी उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी को लेकर विशेष पास जारी किए गए हैं।
मतगणना केंद्रों में सुरक्षा की सख्त व्यवस्था
मतगणना केंद्रों की सुरक्षा को लेकर सख्त व्यवस्था की गयी है। इसके लिए राज्य पुलिस के साथ ही अर्धसैनिक बलों की 19 कंपनियों को तैनात किया गया है। जबकि पूरे राज्य में आम चुनाव के बाद किसी भी विपरीत परिस्थिति से निबटने के लिए अर्धसैनिक बलों की 59 कंपनियों को रोक कर रखा गया है। मतगणना केंद्रों के आसपास धारा-144 लागू रहेगी। बिना पूर्व अनुमति के कोई भी मतगणना केंद्र स्थल पर नहीं जा पाएगा।
414 मतगणना हॉल में होगी वोटों की गिनती
चुनाव आयोग के द्वारा मतगणना को लेकर राज्य के सभी 38 जिलों में सभी 243 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 55 मतगणना केंद्रों पर वोटों की गिनती की जाएगी। इसके लिए सभी मतगणना केंद्रों पर 414 हॉल में अलग-अलग वोटों की गिनती की व्यवस्था की गयी है। कोरोना से बचाव को लेकर सामाजिक दूरी का पालन करते हुए प्रत्येक हॉल में सात-सात टेबुल पर वोटों की गिनती की जाएगी। चुनाव आयोग के निर्देशानुसार सभी चरण के वोटों की गिनती के बाद वोटों की जानकारी बोर्ड पर लिखकर दी जाएगी। साथ ही, माइक से भी वोटों की गिनती की उदघोषणा की जाएगी।
सीईओ ने सभी डीएम व निर्वाची पदाधिकारी के साथ बैठक की
सोमवार को मतगणना को लेकर बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी, उप निर्वाचन पदाधिकारी, निर्वाची पदाधिकारी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। उन्होंने मतगणना केंद्रों पर आधारभूत व्यवस्था व सुरक्षा के इंतजामों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मतगणना के दौरान इंटरनेट कनेक्शन, कंप्यूटर इत्यादि की पर्याप्त उपलबधता का निर्देश दिया। सभी मतगणना केंद्रों पर वीडियोग्राफी कराने, माइक से परिणामों की उदघोषणा, बोर्ड पर लिखकर प्रदर्शित करने का निर्देश दिया। बैठक में मुख्यालय में तैनात सभी अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी व उप निर्वाचन पदाधिकारी शामिल हुए।
निर्वाचन विभाग में राज्य स्तर पर होगी मतगणना की निगरानी
निर्वाचन विभाग सह मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, बिहार के कार्यालय में राज्य के सभी मतगणना केंद्रों में जारी मतगणना की निगरानी की जाएगी। इसके लिए सभी अधिकारियों व कर्मियों को मुख्यालय स्तर पर तैनात रहने का निर्देश दिया गया है। मतगणना की जानकारी सीधे चुनाव आयोग को भेजी जाएगी।
46.48 फीसदी बूथों में वृद्धि से देर से आएंगे अंतिम परिणाम
निर्वाचन विभाग के अनुसार सभी मतदान केंद्रों पर अधिकतम मतदाताओं की संख्या 1400 से घटाकर 1000 की गयी। इससे मतदान केंद्रों की संख्या जो पूर्व में 72,723 थी, करीब 46.48 फीसदी बढ़कर 1,06,515 हो गयी। नतीजा यह हुआ कि 2015 के विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत कुल मिलाकर 56.66 फीसदी थी, वहीं इस बार 0.39 फीसदी बढ़कर 57.05 फीसदी हो गयी। बूथों की संख्या में बढ़ोतरी के कारण निर्वाचन क्षेत्रों के अंतिम परिणाम आने में भी देरी होगी।