पीएम मोदी ने कहा- नीतीश जी व मेरा कोई रिश्तेदार राजनीति में नहीं, विपक्षी दलों के नेताओं को बताया परिवारवाद का पोषक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नीतीश जी और मेरा कोई रिश्तेदार राजनीति में नहीं है। वहीं उन्होंने विपक्षी दलों को परिवारवाद का पोषक और लोकतंत्र का विरोधी बताया। कहा कि इन लोगों को समाज अथवा राज्य...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नीतीश जी और मेरा कोई रिश्तेदार राजनीति में नहीं है। वहीं उन्होंने विपक्षी दलों को परिवारवाद का पोषक और लोकतंत्र का विरोधी बताया। कहा कि इन लोगों को समाज अथवा राज्य की चिंता नहीं है। इन्हें सिर्फ अपने परिवार की चिंता है। जबकि एनडीए सबका साथ और सबका विश्वास के सिद्धांत पर चल रहा है।
पीएम ने रविवार को बगहा, मोतिहारी, समस्तीपुर और छपरा में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने जंगलराज वालों के लिए नो एंट्री का बोर्ड लगा दिया है। कहा कि पहले चरण में ही स्पष्ट हो गया है कि बिहार की जनता ने एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनाने का मन बना लिया है। जंगलराज और एनडीए शासन में फर्क गिनाते हुए कहा कि जंगलराज में बिहार की सड़कें खस्ताहाल थीं। एनडीए की सरकार बनी तो सड़क-पुल और रेल परियोजनाओं से संपर्कता बढ़ी। एनडीए गरीबों के हित की बात करता है वहीं विपक्षी बिचौलियों के हित की बात करते हैं। जंगलराज अंधेरा वापस लाना चाहता है और एनडीए घरों को दुधिया बल्ब से प्रकाशित कर रहा है। उनलोगों ने सूबे को दशकों तक तीन मेडिकल कॉलेज के भरोसे रखा। आज हर लोकसभा क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए काम हो रहा है।
पीएम ने कहा कि मतदान का महत्व जितना बिहारी जानता है उतना कोई नहीं। अगले चरण में और अधिक उत्साह से मतदान होगा। आत्मनिर्भर बिहार के रोड मैप की चर्चा करते हुए कहा कि अगली बार नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनने पर इस दिशा में तेजी से काम होगा। मोतिहारी मछलियों के मीठे पानी का बड़ा केंद्र बन सकता है। इसके लिए मत्स्य संपदा योजना की शुरुआत बिहार से ही हुई है। यहां के सुगौली चीनी मिल में इथेनॉल का हो रहा उत्पादन, जिसकी अभी काफी मांग है।
कहा कि इस बार यहां आना खास इसलिए है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू होने के बाद पहली बार यहां आये हैं। इस भूमि का जुड़ाव रामायण के सृजन से है। उन्होंने कहा कि विकास के काम का भी विपक्ष के नेता विरोध करते हैं। आयुष्मान भारत, जनधन खाता, स्वच्छ भारत अभियान, उज्ज्वला गैस योजना आदि का विपक्ष ने मजाक उड़ाया जबकि जनता को इससे काफी लाभ मिल रहा है। जंगलराज की विरासत व उसके युवराज बिहार के लोगों को शांति और विकास का माहौल नहीं दे सकते हैं। वहीं फैक्ट्री बंद कराना वामपंथ का इतिहास रहा है। कहीं इन्हें मौका मिला तो बिहार अपहरण और अपराध का फिर से केन्द्र बन जाएगा।
पीएम ने कहा कि महान समाजवादी रघुवंश बाबू के साथ जंगलराज के परिवार वालों ने कैसा व्यवहार किया, यह बच्चा-बच्चा जानता है। जो स्वार्थ में ऐसे कर्मयोगी का अपमान करते हैं, वे दूसरे को सम्मान क्या देंगे। बौखलाहट में अपने ही कार्यकर्ताओं का हाथ खींच कर बाहर फेंक रहे हैं। गरीबों का दर्द उन्हें नहीं दिखता। वे बिहार के वीरों के शौर्य की कद्र नहीं करते जबकि हाल ही में पड़ोसी देश ने पुलवामा की हकीकत को स्वीकार किया है।
मां-बहनों-बेटियों की भूमिका बड़ी
प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर बिहार में मां-बहनों, बेटियों की बड़ी भूमिका होगी। जीविका दीदियों का विस्तार किया जा रहा है। ऐसी स्वयंसेवियों की संख्या में तीन गुना वृद्धि हुई है। बेटियों की पढ़ाई से लेकर कमाई तक के हर प्रयास में मां-बहन-बेटी जुड़ी हैं। उनका आशीर्वाद एनडीए के साथ है। बिहार को आत्मनिर्भर बनाने के लिए, बीमारू होने से बचाने के लिए हर वोट एनडीए को अर्थात भाजपा, जदयू, हम और वीआईपी प्रत्याशियों को ही मिलना चाहिए।
