चुनाव से ठीक पहले क्या है बिहार का मूड? टीवी चैनलों के सर्वे में किसकी सरकार-किसकी हार, क्या हैं 3 ओपिनियन पोल के इशारे
बिहार विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो गया है और पहले चरण की वोटिंग (28 अक्टूबर) से पहले सभी राजनीतिक पार्टियां जोर आजमाइश में जुटी हैं। इस बार के चुनाव में बिहार की जनता का मूड क्या है, इसे भांपने के लिए...
बिहार विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो गया है और पहले चरण की वोटिंग (28 अक्टूबर) से पहले सभी राजनीतिक पार्टियां जोर आजमाइश में जुटी हैं। इस बार के चुनाव में बिहार की जनता का मूड क्या है, इसे भांपने के लिए सर्वे एजेंसियों के साथ मिलकर विभिन्न न्यूज चैनल्स ओपिनियन पोल लेकर आ रहे हैं। बिहार में इस बार किसकी बनेगी सरकार, किसकी होगी हार, कौन बनेगा सीएम और कहां से बाजी मारेगा कौन उम्मीदवार... को लेकर टीवी चैनलों का ओपिनियन पोल आ गए है। अब तक के तीन टीवी चैनलों-एजेंसियों के ओपिनियन पोल में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनती दिख रही है, मगर मुकाबला काफी टक्कर वाला भी दिख रहा है। सीएसडीएस-लोकनीति और आजतक न्यूज चैनल ओपिनियन पोल, टाइम्स नाउ-सी वोटर बिहार ओपिनियन पोल और एबीपी न्यूज-सी वोटर ओपिनियन पोल में एनडीए की सरकार बनते दिखाया गया है। तो चलिए जानते हैं कि इन तीनों ओपिनियन पोल के रूझाने से समझते हैं कि इस बार बिहार का मूड क्या है...
आजतक-सीएसडीएस ओपिनियन पोल:
सीएसडीएस-लोकनीति-आजतक के ओपिनियन पोल के मुताबिक, विधानसभा चुनाव में एनडीए को 133 से लेकर 143 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। वहीं, राष्ट्रीय जनता दल यानी आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन को 88-98 सीटें मिल सकती हैं। इसके अलावा, चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) महज 2-6 सीटों पर विजयी हो सकती है। अन्य दलों को ओपिनियन पोल में 6-10 सीटें दी गई हैं।
बिहार का मुख्यमंत्री किसे होना चाहिए सवाल पर नीतीश कुमार अब भी लोगों की पहली पसंद हैं, हालांकि तेजस्वी की लोकप्रियता भी बढ़ी है। मुख्यमंत्री के लिए नीतीश कुमार को 31 फीसदी लोग सबसे बेहतर मानते हैं, वहीं, 27 फीसदी लोग तेजस्वी यादव के साथ हैं। यहां ध्यान देने वाली बात है कि नीतीश और तेजस्वी में महज चार फीसदी का ही अंतर है।
आजतक और सीएसडीएस के ओपिनियन पोलके मुताबिक, बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन को 38 फीसदी वोट मिल सकते हैं, वहीं तेजस्वी यादव के महागठबंधन को 32 फीसदी वोट मिलने की संभावना जताई गई है। चिराग पासवान को 6 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है।
टाइम्स नाउ और सी वोटर का ओपनियन पोल:
टाइम्स नाउ और सी वोटर के ओपिनियन पोल में भी ऐसा ही कुछ आंकड़ा सामना आया है। टाइम्स नाउ और सी वोटर के मुताबिक, बिहार की कुल 243 विधानसभा सीटों में 160 सीट पर एनडीए को जीत मिलने का अनुमान है। जबकि राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेतृत्व वाले महागठबंधन को 76 सीटें मिल सकती हैं। इस पोल में जहां अन्य को 7 सीटें दी गई हैं, वहीं लोजपा को पांच सीटें मिल सकती हैं।
टाइम्स नाउ और सी वोटर के ओपिनियन पोल में अगर पार्टी वाइज सीटों की बात करें तो एनडीए के 160 सीटों में बीजेपी के खाते में 85, जदयू को 70 और हम-वीआईपी को 5 सीटें मिल सकती हैं। वहीं महागठबंधन में राजद को 56 सीटें, कांग्रेस को 15 और लेफ्ट को 5 सीटें मिल सकती हैं।
टाइम्स नाउ के पोल में मुख्यमंत्री के रूप में कौन पसंद है, के सवाल के जवाब में 32 फीसदी लोगों ने नीतीश कुमार के नाम पर हामी भरी है, वहीं दूसरे नंबर पर 17.6 फीसदी लोगों ने तेजस्वी यादव को और 12.5 फीसदी लोगों ने सुशील मोदी का नाम लिया है।
एबीपी और सी वोटर ओपिनियन पोल:
एबीपी न्यूज और सी वोटर की ओर से किए गए सर्वे में भी एनडीए की सत्ता में फिर से वापसी के आसार नजर रहे हैं। एबीपी के पोल में आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन पीछे नजर आया था। इस सर्वे में एनडीए को 141 से 161 सीटें सकती हैं और यूपीए को 64 से 84 सीटें मिल सकती हैं। बाकी दलों के खाते में 13 से 23 सीटें जाने का अनुमान था। यहां ध्यान देने वाली बात है कि एबीपी न्यूज का यह सर्वे सितंबर का है।
एबीपी और सी वोटर ओपिनियन पोल में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले बिहार एनडीए को करीब 44.8 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं। वहीं, राजद वाले महागठबंधन को 33.4 फीसदी वोट मिल सकता है। अन्य को 21.8 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है।
क्या है इन तीनों ओपिनियन पोल का इशारा
तीनों ओपिनियन पोलों के आंकलन से इस बात के संकेत मिलते हैं बिहार में नीतीश कुमार की सरकार बनने की ज्यादा संभावना है, मगर महागठबंधन भी चुनौती देती दिख रही है। साल 2010 के बाद नीतीश कुमार की जदयू और बीजेपी एक साथ चुनाव लड़ रही है। क्योंकि 2013 में प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम पर मुहर लगने के बाद जदयू ने एनडीए से नाता तोड़ लिया था और फिर राजद के साथ 2015 में चुनाव लड़ा था। आजतक का सर्वे मंगलवार को आया है, जबकि एबीपी और टाइम्स नाउ का पुराना है। हालांकि, ये तीनों पोल सिर्फ एक अनुमान हैं और असली परिणाम तो दस नवंबर को ही सामने आएगा।
बता दें कि बिहार चुनाव के लिए तीन चरणों में मतदान होगा। पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर, दूसरे चरण का मतदान 03 नवंबर और तीसरे व आखिरी चरण का मतदान 07 नवंबर को होगा। 10 नवंबर को नतीजे आएंगे। बता दें कि बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को खत्म हो रहा है।