अरवल विधानसभा सीट: क्या है इस सीट का गणित, जानें पूरा समीकरण
इस बार कोरोना के कारण वोट डालते वक्त बिहार चुनाव 2020 में कई तरह के दिशा-निर्देशों का पालन करना है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या कोरोना के कारण इस बार के वोटिंग पर्सेंटेज...
इस बार कोरोना के कारण वोट डालते वक्त बिहार चुनाव 2020 में कई तरह के दिशा-निर्देशों का पालन करना है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या कोरोना के कारण इस बार के वोटिंग पर्सेंटेज में किसी तरह की गिरावट दर्ज होती है या नहीं। फिलहाल चुनाव प्रचार पर कोरोना का बहुत खास प्रभाव तो देखेने को नहीं मिला है। इसी बीच अरवल विधानसभा क्षेत्र में चुनाव के पहले चरण में ही मतदान होना है। यहां 28 अक्तूबर को लोग अपना वोट डालेंगे।
कौन-कौन से प्रत्याशी हैं मैदान में?
अरवल विधानसभा सीट पर इस बार मुख्य टक्कर भाकपा माले के महानंद प्रसाद और भाजपा के दीपक शर्मा के बीच बताई जा रही है। इसके अलावा रालोसपा के सुभाष चंद यादव और जाप के अभिषेक रंजन भी मैदान में हैं। इस सीट पर राजद के मौजूदा विधायक रविंद्र सिंह दूसरी बार विधानसभा चुनाव जीते थे। रविंद्र सिंह पहली बार 1995 में जनता दल के टिकट पर यहां से जीते थे।
क्या है वोटर और वोटिंग का समीकरण?
इस विधानसभा में कुल 2.53 लाख वोटर हैं। जिसमें 1.31 लाख यानि 51.60 प्रतिशत पुरुष और 1.21 लाख मतलब 47.71 प्रतिशत महिला वोटर हैं। यहां पिछले विधानसभा चुनाव में कुल 52.78 प्रतिशत वोटिंग हई थी। इस सीट पर सबसे ज्यादा 74.33 प्रतिशत वोटिंग 1990 में हुई थी, तब 98.9 प्रतिशत पुरूषों और 42.44 प्रतिशत महिलाओं ने वोट डाला था।
इसके अलावा जातीय समीकरण की बात करें तो रविदास, यादव, कुर्मी और पासवन अहम वोटर बताए जा रहे हैं।
क्या रहा है अरवल विधानसभा सीट का इतिहास?
2015 के नतीजें: पिछले विधानसभा चुनाव में राजद के रविंद्र सिंह ने भाजपा के चितरंजन कुमार को 17,810 वोटों के भारी अंतर से हराया था। राजद के रविंद्र कुमार साल 2015 में इस सीट पर लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए थे।
इस सीट पर अबतक कुल 16 बार विधानसभा का चुनाव हो चुका है। इनमें से सबसे ज़्यादा चार बार निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है। इसके अलावा दो-दो बार राजद, लोजपा, कांग्रेस, भाकपा, और एक-एक बार सोशलिस्ट पार्टी, जनता पार्टी और भाजपा के विधायक भी रह चुके हैं।
तीन चरणों में होना है चुनाव, 10 नवंबर को आएंगे नतीजे
बिहार में इस बार कुल तीन चरणों में चुनाव होना है। पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर, दूसरे चरण का मतदान 3 नवंबर और तीसरे एवं आखिरी चरण का चुनाव 7 नवंबर को होना है। पहले चरण का चुनाव नजदीक है और प्रचार-प्रसार भी तेजी पर है। पहले चरण में कुल 71 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है। इन सभी सीटों के लिए तमाम पार्टियों के बड़े से लेकर छोटे नेता तक जमकर रैलियां और जनसभाएं कर रहे हैं। सभी चरणों के चुनाव के बाद 10 नवंबर को चुनाव के नतीजे भी घोषित कर दिए जाएंगे।