ममता की विफलता के लिए मुसलमानों को बना रहे बलि का बकरा, लीक ऑडियो पर पीके को ओवैसी ने भी घेरा
तृणमूल कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर अपने लीक ऑडियो को लेकर चौतरफा घिर गए हैं। भारतीय जनता पार्टी के बाद अब ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी...
तृणमूल कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर अपने लीक ऑडियो को लेकर चौतरफा घिर गए हैं। भारतीय जनता पार्टी के बाद अब ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी निशाना साधा है। पीके की ओर से यह कहे जाने पर कि लेफ्ट, कांग्रेस और टीएमसी की ओर से 20 सालों तक मुस्लिम तुष्टिकरण किए जाने की वजह से ध्रुवीकरण और बीजेपी को फायदा मिल रहा है, ओवैसी ने कहा कि ममता की विफलता के लिए मुसलमानों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है।
हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने लीक ऑडियो को साझा करते हुए ट्विटर पर लिखा, ''मशहूर चुनावी रणनीतिकार यहां तथ्य रहित दिमाग से बोल रहे हैं। उन्होंने (ममता) बहुसंख्यक सांप्रदायिकता को बंगाल में जड़ जमाने की अनुमित उन्होंने (ममता) कैसे दी, इस पर आत्ममंथन की बजाय वह (पीके) विफलता के लिए मुसलमानों को बलि का बकरा बना रहे हैं।''
| @MamataOfficial's celebrated poll strategist is speaking his fact-free mind here. Instead of introspecting on how she allowed majoritarian communalism to take root in Bengal, he chooses to scapegoat Muslims for her failures. Muslims are 27% of the state BUT... [1/n] pic.twitter.com/era7FUlMcN
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 10, 2021
ओवैसी ने कहा, ''राज्य में मुसलमानों की आबादी 27 फीसदी है, लेकिन केवल 6 फीसदी के पास सरकारी नौकरी है, उच्च शिक्षा में केवल 11 फीसदी छात्र हैं, ग्रामीण इलाकों में रहने वाले 80 फीसदी मुस्लिम 5 हजार रुपए के कम कमा रहे हैं। स्वास्थ्य के मामले में 6 सबसे पिछड़े जिलो में मुसलमानों की आबादी 25 फीसदी से अधिक है। लेकिन जेलों में उनकी हिस्सेदारी 37 फीसदी है।''
ओवैसी ने कहा, ''मालदा, मुर्शिदाबाद आदि में लोगों को आर्सेनिक मिला पानी पीना पड़ रहा है। यह 'तुष्टीकरण' का फल है। लेफ्ट के मुस्लिमों से खराब व्यवहार को कुंडु और सच्चर कमिटी ने दर्ज किया है। उनका फेमस लैंड रिफॉर्म मुसलमानों तक नहीं पहुंचा। उनमें से 3/4 भूमिहीन हैं।'' औवैसी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ''सच्चाई यह है कि टीएमसी और लेफ्ट के सबसे वफादार वोटर्स को दशकों तक अपमान के सिवा कुछ नहीं मिला। उनकी वफादारी के बदले ममता बनर्जी ने मुसलमानों को दूध देने वाली गाय मानती हैं। अब वह मुसलमानों से कह रही हैं कि वोट बंटने मत दो। यदि यहां तुष्टिकरण है तो यह मांग क्यों?''
ओवैसी ने ममता की ओर से अपना गोत्र बताए जाने का जिक्र करते हुए लिखा, ''क्यों ममता बनर्जी हर जगह जाकर अपने गोत्र और वर्ण व्यवस्था में अपने उच्च स्थान की बात कर रही हैं। उन्होंने मुसलमानों को कहा कि वह हिंदुत्व से उनकी रक्षा करेंगी लेकिन उनके रणनीतिकार स्वीकार कर रहे हैं कि उन्होंने (ममता) हिंदुत्व को बढ़ने दिया। उनके पास एक काम था उसमें विफल रहीं। अल्लाह हमें इस तरह की तुष्टिकरण से बचाए।''
टीएमसी के रणनीतिकार प्रशांत किशोर क्लब हाउस प्लैटफॉर्म पर कुछ पत्रकारों के साथ बातचीत कर रहे थे और इस दौरान उन्होंने माना है कि बंगाल में पीएम मोदी बहुत लोकप्रिय हैं और बीजेपी मजबूत स्थिति में है। बीजेपी के आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने शुक्रवार को ट्विटर पर कई ऑडियो क्लिप शेयर किए। इनमें चुनावी रणनीतिकार का मानना है कि तृणमूल के आंतरिक सवेर्क्षणों में भी भाजपा जीत रही है। मोदी के लिए वोट है, ध्रुवीकरण एक वास्तविकता है, पश्चिम बंगाल में अनुसूचित जाति की आबादी 27 फीसदी है। सभी मतुआ भाजपा के लिए मतदान कर रहे हैं।