बंगाल चुनाव: तृणमूल से गठबंधन वामदलों के लिए आत्मघाती होगा, माकपा ने भाजपा के उभार की मानी बात
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने पश्चिम बंगाल में भाजपा के उभार को स्वीकार करते हुए कहा है कि कुछ तबकों की तरफ से तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन की पैरवी की जा रही है, लेकिन ऐसा करना वामदलों...
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने पश्चिम बंगाल में भाजपा के उभार को स्वीकार करते हुए कहा है कि कुछ तबकों की तरफ से तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन की पैरवी की जा रही है, लेकिन ऐसा करना वामदलों के लिए आत्मघाती होगा। इससे भाजपा को जीतने में मदद मिल जाएगी।
वामपंथी पार्टी के मुखपत्र ‘पीपुल्स डेमोक्रेसी’ में छपे संपादकीय के मुताबिक माकपा और अन्य वामदलों के लिए पश्चिम बंगाल और केरल सबसे महत्वपूर्ण है। पश्चिम बंगाल में हालात बहुत ही जटिल हैं। भाजपा राज्य में सत्ता हासिल करने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में तृणमूल और भाजपा के बीच ध्रुवीकरण देखने को मिला।
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संपादकीय में कहा गया है, पश्चिम बंगाल में भाजपा के बढ़ने का खतरा वास्तविक है। इस कारण कुछ उदारवादी और वामपंथी हलकों में इसकी पैरवी की गई है कि तृणमूल कांग्रेस के साथ माकपा और वाम मोर्चे का समन्वय होना चाहिए। ऐसा करना वामदलों के लिए आत्मघाती होगा। हकीकत में इससे भाजपा को जीत में मदद मिलेगी।
पश्चिम बंगाल की 294 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव 27 मार्च से शुरू होंगे। राज्य में इस साल आठ चरण के विधानसभा चुनाव होने हैं।