जरूरतमंदों को कपड़ा बांटने की मुहिम से जुटा नौजवान
काश! हर कबीले को एक खालिदा मिल जाती
किसी की जान बचाने से बेहतर काम क्या होगा
तालीम के लिए तालिबान से लोहा लेती जांबाज
दिव्यांगों का ख्याल रखने को दिव्य दृष्टि भी चाहिए
शहद की मिठास जानता हूं, पद्मश्री का स्वाद नहीं पता
हैवानियत से छिड़ी लड़ाई में मजलूमों की एक आवाज
गाजा के गमगीन बच्चों को हंसना सिखाने वाला भाई
विलाप नहीं, कठोर साधना से खुद को साबित कीजिए
{{title}}