जलस्तर बढने पर स्नान करने से रोका
पर्वतीय क्षेत्र में बारिश से गंगा का जलस्तर चेतावनी के निशान को पार कर गया। गंगा के उफनने पर घाटों पर चौकसी बढ़ाने के साथ प्रशासन ने स्नान को जा रहे लोगों को लौटाया। देर शाम तक जलस्तर में वृद्धि जारी...
पर्वतीय क्षेत्र में बारिश से गंगा का जलस्तर चेतावनी के निशान को पार कर गया। गंगा के उफनने पर घाटों पर चौकसी बढ़ाने के साथ प्रशासन ने स्नान को जा रहे लोगों को लौटाया। देर शाम तक जलस्तर में वृद्धि जारी थी।पर्वतीय क्षेत्र में बारिश से गंगा दोपहर के समय उफना गई। दोपहर तक गंगा का जलस्तर चेतावनी के निशान (समुद्रतल से) 339.50 मीटर को पार कर गया। जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है। गंगा में एक लाख उन्नीस हजार क्यूसेक पानी प्रवाहित हो रहा है। चीला शक्ति नहर में दस हजार क्यूसेक पानी छोड़ने के साथ शेष पानी गंगा में छोड़ा जा रहा है। शाम चार बजे तक गंगा खतरे के निशान 340.50 मीटर से एक मीटर नीचे तक पहुंच गई। पानी बढ़ने पर परमार्थ घाट, आरती स्थल गंगा में डूबने के साथ निचले इलाके चन्द्रेश्वर नगर, चन्द्रभागा, खाराश्रोत में पानी पहुंचने लग गया। उधर सौंग, सुसुवा, चन्द्रभागा भी बरसात से उफान पर हैं। अधिशासी अभियन्ता चीला पावर हाऊस एके सिंह ने बताया कि दोपहर तक गंगा का जलस्तर एक लाख उन्नीस हजार को पार कर गया। गंगा चेतावनी के निशान को पार कर गई है। इसलिये चीला शक्ति नहर में दस हजार क्यूसेक पानी छोड़ने के साथ शेष पानी गंगा में प्रवाहित किया जा रहा है। बताया कि पहाड़ में बारिश होने पर गंगा का जलस्तर बढ़ सकता है।