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हेंवलघाटी में बारिश से टमाटर की फसल बर्बाद

चंबा ब्लॉक की हेंवलघाटी में नकदी फसल पर इस बार मौसम की मार पड़ गई। लगातार हो रही बारिश से टमाटर और शिमला मिर्च सड़कर बर्बाद हो चुकी है। किसानों के समक्ष मंडियों से लिए कर्ज और बीज का पैसा चुकाने का...

हेंवलघाटी में बारिश से टमाटर की फसल बर्बाद
हिन्दुस्तान टीम,टिहरीTue, 18 Jul 2017 04:07 PM
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चंबा ब्लॉक की हेंवलघाटी में नकदी फसल पर इस बार मौसम की मार पड़ गई। लगातार हो रही बारिश से टमाटर और शिमला मिर्च सड़कर बर्बाद हो चुकी है। किसानों के समक्ष मंडियों से लिए कर्ज और बीज का पैसा चुकाने का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने प्रशासन से क्षति का आंकलन करवाकर मुआवजा देने की मांग की है। हेंवलघाटी के तटवर्ती क्षेत्र में नागणी, साबली, चोपाडियाली, दिखोलगांव, जड़धारगांव आदि गांवों के ग्रामीण खेती है। इस खेती में नकदी फसल टमाटर, शिमला मिर्च, बीन, फूल गोभी, बंद गोभी, लौकी, कद्दू का आच्छा उत्पादन होता है, लेकिन इस बार लगातार हो रही बारिश से फसल बर्बाद हो चुकी है। सबसे ज्यादा नुकसान टमाटर और शिमला मिर्च को हुआ है। टमाटर पौध पर ही सड़कर खेत पर झड़ चुके हैं। खेतों से सड़े हुए टमाटरों की दुर्गांध उठ रही रही है। थोड़ी बहुत बचेकुचे टमाटर पर भी कीड़े लगे हुए हैं। शिमला मिर्च का भी यही हाल है। सूरज, राजू, दीपक, भीम आदि ने बताया कि इस बार टमाटर की फसल 60 फीसदी से अधिक बर्बाद हो चुकी है। बाजार में महंगा बिक रहा टमाटर नई टिहरी। हेंवलघाटी में फसल बर्बाद होने का असर नई टिहरी और चंबा की सब्जी सब्जी मंडी में भी दिख रहा है। यहां टमाटर 50 से 70 रुपये किलो के हिसाब से बिक रहा है। सब्जी विक्रेताओं को इस बार बीस किलो की क्रेट 1200 से 1300 रुपये तक बिक रही है। जबकि पिछले साल तक 500 से 700 रुपये तक बिकती थी। इस बार लगातार बारिश से खेतों में हुए जलभराव से टमाटर को ब्लाइट रोग लगा है। फसल खराब होने की शिकायत मिली है। इसका आंकलन करवाया जा रहा है। आपदा मदद से किसानों को मुआवजा दिलवाने के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। -डॉ. डीके तिवारी, जिला उद्यान अधिकारी, टिहरी।

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