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उत्तराखंड की UPSC टॉपर नमामि बंसल ने शेयर किए सफलता के मंत्र, पढ़िए सवाल-जवाब

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में 17वीं रैंक प्राप्त करने वाली ऋषिकेश निवासी नमामि बंसल गुरुवार को 'हिन्दुस्तान फोन इन' के जरिये आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान' के पाठकों से...

उत्तराखंड की UPSC टॉपर नमामि बंसल ने शेयर किए सफलता के मंत्र, पढ़िए सवाल-जवाब
लाइव हिन्दुस्तान,ऋषिकेशFri, 09 Jun 2017 12:07 PM
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संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में 17वीं रैंक प्राप्त करने वाली ऋषिकेश निवासी नमामि बंसल गुरुवार को 'हिन्दुस्तान फोन इन' के जरिये आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान' के पाठकों से रूबरू हुईं। नमामि ने युवाओं के साथ अपनी सफलता के सूत्र बांटे। 

नमामि के अनुसार किसी भी परीक्षा को पास करने का कोई एक फार्मूला नहीं है। अपनी पसंद और क्षमता के अनुसार अपने सब्जेक्ट से लेकर तैयारी का तरीका तय करें और फिर पूरे हौसले के साथ मेहनत पर लग जाएं। 20 अगस्त से मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक एकेडमी में ट्रेनिंग के लिए जाने की तैयारी कर रहीं नमामि ने पाठकों के सवालों का जवाब दिए। कार्यक्रम को 'हिन्दुस्तान' के फेसबुक पेज पर लाइव भी किया गया, जिसे हजारों लोगों ने देखा और प्रतिक्रिया दी।

उत्तराखंड और राजस्थान कैडर को वरियता देने के पीछे मकसद
नमामि बंसल ने बतौर आईएएस अधिकारी कैडर के लिए पहली पसंद अपना गृह राज्य उत्तराखंड चुना है, जबकि दूसरा विकल्प राजस्थान का। इन दोनों राज्यों को चुनने की वजह यह है कि इन दोनों ही राज्यों में नमामि की पसंद के कई विषय हैं, जिन पर वो बतौर नौकरशाह काम करना चाहती हैं।
नमामि के अनुसार उत्तराखंड उनका अपना राज्य है, यहां की समस्याओं और संसाधनों से वो वाकिफ हैं। इसलिए बतौर आईएएस अधिकारी उनकी पहली पसंद अपने राज्य की सेवा करना है। उत्तराखंड में विकास कार्यक्रमों के लिए पॉलिसी तय करने में वो पर्यावरण की चिंता करने की भी बात करती हैं। नमामि कहती हैं कि उत्तराखंड पर्यावरण के लिहाज से संवेदनशील भू-भाग है। उत्तराखंड ने पर्यावरण से छेड़छाड़ की बड़ी कीमत चुकाई है। हाल की आपदाएं इसका उदाहरण हैं। लेकिन यह भी सच है कि हमें विकास कार्यक्रमों को भी जारी रखना है। इसलिए विकास और पर्यावरण के बीच हमें संतुलन साधना सीखना होगा। नमामि ने बताया कि उनका दूसरा प्रिय विषय बालिका शिक्षा के क्षेत्र में काम करना है। वो चाहती हैं कि देश की सभी बच्चियों को पूरी शिक्षा मिले, ताकि शिक्षा के जरिए वो खुद को आत्म निर्भर बना सकें। इसलिए उन्होंने कैडर के मामले में राजस्थान राज्य को दूसरे स्थान पर रखा है। नमामि बताती हैं कि राजस्थान में बालिका शिक्षा के क्षेत्र में काम करने की काफी संभावना है। मौका मिलने पर वो इन दोनों विषयों पर विशेष तौर पर काम करना चाहेंगी। नमामि के अनुसार एक आईएएस अधिकारी के रूप में उनकी कोशिश लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान और जवाबदेही भरा नेतृत्व प्रदान करना होगी।

इंटरव्यू में नमामि नाम सुनते ही नमामि गंगे पर सवाल 

संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा का सबसे कठिन दौर इंटरव्यू का होता है। इंटरव्यू में क्या सवाल पूछ लिया जाए, यह अंदाजा लगाना मुश्किल होता है। नमामि बंसल के साथ भी यही हुआ। बोर्ड ने उनका नाम पूछा और उनके ही नाम से जुड़ी योजना नमामि गंगे के बारे में सवाल पूछ लिया। यूपीएससी की मुख्य परीक्षा में 17वीं रैंक हासिल करने वाली नमामि बंसल ने फोन इन के दौरान अपने तजुर्बे बयां किए। कार्यक्रम में कई कॉलर ने इंटरव्यू में पूछे जाने वाले सवालों को लेकर जिज्ञासा वक्त की। नमामि बंसल ने बताया कि यूपीएससी के इंटरव्यू बोर्ड ने उनके नाम को लेकर उनसे पहला सवाल पूछा। कहा कि नमामि आपके नाम पर केंद्र सरकार की एक योजना चल रही है। उसके बारे में बताएं। नमामि ने केंद्र सरकार की नमामि गंगे योजना के बारे में इंटरव्यू बोर्ड को बताया। उन्हें इसकी अच्छी जानकारी थी तो सवाल का जवाब देने में परेशानी नहीं हुई। कहा कि इसके बाद उन्होंने सबजेक्ट से संबंधित सवाल किए। उसके बाद करंट अफेयर्स पूछे। वहीं कई विषयों पर उनकी राय भी जानी। नमामि बंसल ने बताया कि इंटरव्यू के दौरान सवालों की शुरुआत आपके प्रोफाइल से जुड़े सवालों से होती है। नमामि का मानना है कि यूपीएससी के इंटरव्यू को लेकर कई अभ्यर्थियों के मन में डर बना रहता है। कई लोग यह भी सोचते हैं कि वहां अजीबोगरीब सवाल किए जाते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। वहां सवाल आपकी पढ़ाई, प्रोफाइल, करंट अफेयर्स और आपकी निर्णय क्षमता को लेकर होते हैं। इंटरव्यू में आत्मविश्वास सबसे अहम कड़ी है। इसे मजबूत करना जरूरी होता है।

सवाल : मेरे बेटे ने एलएलबी किया है। अब पीसीएस की तैयारी कर रहा है। बेटे के लिए सफलता का मंत्र बताएं? - देवेंद्र शंकर, इंदिरा नगर, देहरादून
जवाब : यह देखना जरूरी है कि हम कहां गड़बड़ कर रहे हैं। पिछले प्रयास में क्या कमी रही या हमारा लिखने का अभ्यास कमजोर है, जो भी कमी है उसे जानना बेहद जरूरी है। तभी हम अगले प्रयास में बेहतर कर सकेंगे। उसी को ध्यान में रखकर पढ़ाई की रणनीति बनाएं।
 
सवाल : आपने कोचिंग कहां से की और सिविल सर्विस की तैयारी की पढ़ाई कैसे की। क्या आपने इंटरनेट की मदद ली? -मोहम्मद अरशद, पौंधा, देहरादून 
जवाब : मैंने कोचिंग नहीं ली। आप लेना चाहें तो कई इंस्टीट्यूट हैं उत्तराखंड में और बाहर भी। एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाई का आधार हैं। पढ़ाई के लिए नियमित शेड्यूल बनाएं। हर दिन तय करें हमने कितना चेप्टर पूरा करना है। इंटरनेट बेहद उपयोगी है। इंटरनेट पर सही वेबसाइट से जानकारियां लेकर अपडेट रहना बेहद जरूरी है।

सवाल : मैं 10 वीं में पढ़  रही हूं। आईएएस बनना चाहती हूं, तैयारी कैसे करूं? - निकिता भट्ट, देहरादून
जवाब : आप पर अभी बोर्ड की पढ़ाई का प्रेशर है। इस समय गर्मियों की छुट्यिों में सामान्य ज्ञान को मजबूत करें। नियमित समाचार पत्र पढ़ें। सुबह जल्दी उठकर पढ़ना ठीक रहता है। आप रोजाना न्यूज पेपर रीडिंग पर फोकस करें, इससे आप देश दुनिया की हलचल से जुड़ी रहेंगी। खासतौर पर अपने सबजेक्ट पर फोकस रखिए।

सवाल : यूपीएससी की तैयारी में आपने किस तरह की किताबें पढ़ी। करंट अफेयर्स की तैयारी किस तरह की? -चमन सिंह, काशीपुर
जवाब : करंट अफेयर की तैयारी के लिए न्यूज पेपर अच्छा माध्यम है। हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषा के अखबार पढ़ने चाहिए, जो भी आपको ठीक लगे। काफी सारी वेबसाइट जैसे प्रेस इनफोरमेशन ब्यूरो, जिसमें सरकार की योजनाओं की जानकारी मिलती है। उपयोगी वेबसाइट को ससक्राइब करिए उन्हें पढ़िए और नोट्स भी बनाइए। डायरी मेंटेंन करें। 

सवाल : आपको यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए ढेर सारी बधाई। आप आईएएस बनने के बाद समाज के लिए क्या करेंगी? - सुशांत, हल्द्वानी
जवाब : सेवा के लिए ही मैंने यह फील्ड़ चुना। बालिका शिक्षा पर फोकस रहेगा, जिससे वह अपने पैरों पर खड़ी होकर देश के विकास में योगदान दे सकें। मुझे अपने माता-पिता से प्रेरणा मिली। उनकी जीवनशैली और उनके संघर्ष से मुझे प्रेरणा मिली। वहीं देश के कई महापुरुष मेरे लिए प्रेरणास्रोत रहे। मेरे कॉलेज के कई शिक्षक मेरे लिए प्रेरणास्रोत बने।


सवाल : मेरी बेटी ने अभी 12वीं पास की है। उसे किस तरह सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी कराएं?  - सुषमा भारद्वाज, देहरादून
जवाब : 12वीं के बाद जो भी कोर्स आपकी बेटी कर रही हैं। उसके साथ-साथ विषय की तैयारी करते रहिए। ताकि आप परीक्षा में ऑप्शनल पर समय कम खर्च कर जरनल स्टडी पर फोकस कर सकें। समसामयिक विषयों पर फोकस रखें। पढ़ाई के लिए शेड्यूल तक करें। नियमित रूप से तैयारी करें। इससे मंजिल हासिल करने में काफी मदद मिलेगी।

सवाल : आपको सिविल सर्विस परीक्षा में सफलता कैसे मिली? - कार्तिक, हरिद्वार
जवाब : सफलता के पीछे एक व्यक्ति विशेष की मेहनत ही नहीं होती है। बल्कि हमसे जुड़े बहुत लोगों का संघर्ष होता है। यह अकेले मेरी सफलता नहीं है। धैर्य और मेहनत बहुत जरूरी है। किसी भी सफलता में भगवान का आशीर्वाद और बहुत सारे लोगों को सहयोग पीछे रहता है।

सवाल : मैं 12वीं में पढ़ रही हूं, साइंस की स्टूडेंट हूं। मैं आईएएस बनाना चाहती हूं इसकी तैयारी कैसे करुं। मुझे इसके बाद बीए करना चाहिए या बीएएसी? - सुषमा, चंडीघाट, हरिद्वार
जवाब :
आप 12वीं में अच्छा स्कोर करिए। आपका जो कोर्स है, उसके साथ-साथ जो आप ऑप्शन लेना चाहती हैं उसकी पढ़ाई करें। खासतौर पर आप जनरल नॉलेज बढ़ाएं। आपके पास समय है, उसका सही उपयोग करें, अच्छा बेस बनाएं। आप अपनी रुचि के अनुसार जिसमें आप बेहतर प्रदर्शन कर सकती हैं उस विषय को चुनें।

सवाल : मेरा लक्ष्य अपने बच्चों को आईएएस बनाने का है। अभी से मुझे इसकी तैयारी के लिए क्या करना चाहिए? - टीकाराम, देहरादून
जवाब : सामान्य ज्ञान के लिए बच्चों को समाचार पत्र, पत्रिकाएं पढ़ाते रहें। मसाला खबरों को ज्यादा समय न दें, बल्कि देश दुनिया के आर्थिक और राजनीतिक घटनाक्रम की खबरों को पढ़ें। इससे करंट अफेयर्स मजबूत होगा। विशेष आविष्कार, नई नीतियों को पढ़ें, उन्हें नोट करें, ताकि कभी भी दोबारा पढ़ सकें। इससे हमारा दिगाम खुलता है।

सवाल : नमामि बंसल को सफलता के लिए बधाई। मेरा सवाल है कि आपका सफलता का मंत्र क्या था? -प्रियांशी हल्द्वानी, गौरव पांडे चंपावत
जवाब : कड़ी मेहनत, धैर्य रख परीक्षा की तैयारी करना और खुद पर विश्वास मेरा सक्सेस मंत्र था। ये तीनों ही चीजें बहुत अहम हैं। आप कड़ी मेहनत करते हैं तो आपका खुद पर विश्वास होना जरूरी है। क्योंकि परीक्षा व्यक्ति के धैर्य की भी होती है। धैर्य के साथ लक्ष्य पर फोकस रखिए। 


सवाल : यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के बारे में बताएं, तैयारी कैसे करें? -विनय कुमार, हल्द्वानी, क्षितिज, हरिद्वार
जवाब : प्री के लिए सभी सब्जेक्ट को कवर करें। अर्थव्यवस्था, राजनीति की गतिविधियों की जानकारी लेते रहें। रोजाना न्यूज पेपर पढ़ें। खबरों का नोट्स बनाइए। प्रारंभिक परीक्षा के लिए यह बहुत जरूरी है।

सवाल : मैंने ग्रेजुएशन किया है। सिविल सर्विस की तैयारी कैसे करूं। क्योंकि हमारे यहां संसाधनों का अभाव है। कृपया सुझाव दें। क्या बाहर जाकर कोचिंग करूं?  -संतोष, पिथौरागढ़
जवाब :
आप इंटरनेट को दोस्त बना लीजिए। इंटरनेट पर काफी सारी जानकारी उपलब्ध है। ज्ञानपरक चीजें हासिल करें। स्टेंडर्स बुक पढ़िए। कोचिंग यदि आप लेना चाहें तो ले सकते हैं। इससे आपका रूटीन बना रहेगा। इससे अच्छी तैयारी होती है। खुद भी समय तय कर तैयारी कर सकते हैं।

सवाल : परीक्षा में सफलता के लिए आपने कितने घंटे पढ़ाई की। क्या इंटरव्यू में परेशान किया जाता है? - चिराग भट्ट, चंपावत
जवाब : मैं घंटों के हिसाब से नहीं पढ़ती थी। मेरा एक रूटीन रहता था। हर दिन का टारगेट बनाती थी कि आज मैंने इतना पाठ पढ़ना और पूरा करना है। पढ़ने के साथ-साथ उन्हें याद रखना है। नोट्स बनाने हैं। वो चाहे 12 घंटे में पूरा हो या 18 घंटे लग जाएं, लेकिन मुझे हर हाल में टारगेट पूरा करना होता था। एक बात और बताना चाहूंगी कि इंटरव्यू में परेशान नहीं किया जाता है। अभ्यर्थी को पूरा मौका दिया जाता है कि वह अपने विचार रख सके। व्यक्तिगत प्रोफाइल, आपके सबजेक्ट और करंट अफेयर्स पूछे जाते हैं।

सवाल : उत्तराखंड पीसीएस के लिए कैसे तैयारी करें। क्या हम बिना कोचिंग घर से भी तैयारी कर सकते हैं, आंसर राइटिंग में सवाल को कैसे आंकें? - कल्पना जोशी
जवाब : आंसर राइटिंग के लिए अभ्यास बेहद जरूरी है। कोई भी सवाल लीजिए। उसका जवाब लिखते वक्त समयसीमा तय कर लीजिए। अगर आपको दस मिनट में किसी सवाल का जवाब लिखना है तो उसे उसी समयसीमा में करें। अगर आपको अधिक समय लग रहा है तो फिर कुछ दिन बाद फ्रेश माइंड से उसे हल कीजिए। फिर देखिए कि इसमें क्या कमी है। किस तरह इसे बेहतर बनाया जा सकता था। अपने सवाल को आंकने के लिए टीचर की मदद लें।

सवाल : परीक्षा के लिए वैकल्पिक विषय का चुनाव कैसे करूं? - विवेक तिवारी
जवाब : वैकल्पिक विषय का चुनाव व्यक्तिगत रुचि पर आधारित होता है। जिसमें आपकी रुचि हो वह विषय लें। 

सवाल : आपने समसामयिक की तैयारी कैसे। इसकी तैयारी के लिए इंटरनेट की उपयोगी वेबसाइट कौन सी हैं?  - विशाल, रुड़की
जवाब : करंट अफेयर्स के लिए सबसे पहले और सबसे ज्यादा जरूरी हैं न्यूज पेपर्स। न्यूज पेपर को रूटीन बना लीजिए। आपको रोज सुबह एक या दो घंटे न्यूज पेपर को देने की देने हैं। उसके नोट्स मैंटेन करके रखें। साथ ही साथ मासिक पत्रिकाएं पढ़ें। कुछ कोचिंग इंस्टीट्यूट के बुक लेट्स आते हैं। इनसे रिवीजन करने में मदद मिलती है। 

सवाल : इंटरव्यू बोर्ड में किस तरह के सवाल पूछे जाते हैं ?   - अरविंद, ऋषिकेश
जवाब :
करंट अफेयर्स, सब्जेक्ट और किसी मुद्दे विशेष पर बात होती है। आपके सब्जेक्ट के बारे में जानकारी ली जाती है। बोर्ड के सदस्य काफी सहयोगात्मक रुख अपनाते हैं। पूरे आत्मविश्वास से तैयारी करना जरूरी है।

सवाल : पीसीएस की तैयारी के लिए कौन सी किताब पढूं?    - मयंक पांडे, हल्द्वानी
जवाब : समसामयिक घटनाओं, भौगोलिक जानकारी रखें। सामान्य ज्ञान के लिए न्यूज पेपर पढ़ें। इससे मदद मिलेगी।

सवाल : प्रारंभिक परीक्षा पास करने के बाद मुख्य परीक्षा की तैयारी कैसे की जाए? - गौरव, हरिद्वार
जवाब :
प्री के साथ ही मुख्य परीक्षा की तैयारी जरूरी है। प्री निकालने के बाद मुख्य परीक्षा के लिए ज्यादा समय नहीं मिलता है। पिछले पेपरों को देखिए तैयारी में मदद मिलेगी।

सवाल : हमारे यहां यूपीएससी की तैयारी के लिए सुविधाएं नहीं हैं। हिंदी मीडियम के उत्तराखंड के छात्रों को क्या सुझाव देंगे? - पंकज, पिथौरागढ़
जवाब :
मेरा सुझाव है कि आप इंटरनेट का भरपूर उपयोग करें। इंटरनेट पर भी सभी टॉपर्स का अपना-अपना नजरिया होता है। आप उसमें से उपयोगी और खुद पर सटीक बैठने वाली चीजों को अपनाएं। ऐसा नहीं है कि हिंदी मीडियम से पढ़ने वालों को परेशानी होती है। अपना आत्मविश्वास बनाए रखें। अपने व्यक्तित्व को विकसित करने को दूसरी चीजों पर फोकस करिए। आप स्टडी ग्रुप बनाएं। अपने टीचर से मदद लें। उत्तराखंड के अभ्यार्थी अपने आप को कम न आंकें।

सवाल : आईएएस की तैयारी करते वक्त इंटरनेट का सही उपयोग कैसे करें? - आशीष नेगी चमोली
जवाब :
मैंने किसी कोचिंग इंस्टीट्यूट का सहारा नहीं लिया। इंटरनेट की मदद से अपने विषयों की तैयारी की। इंटरनेट पर सभी जानकारियां उपलब्ध होती हैं। सोशल मीडिया के साथ-साथ इंटरनेट का सही उपयोग करें। इसमें कई सरकारी वेबसाइट हैं, जिनसे तैयारी में मदद मिलती है। 

प्रोफाइल
नाम : नमामि बंसल
उपलब्धि : यूपीएससी में 17 वीं रैंक
प्रयास : चौथा, एक बार इंटरव्यू तक भी पहुंचीं
विषय : इकोनॉमिक्स
स्कूली शिक्षा : एनडीएस ऋषिकेश से स्कूली शिक्षा 
ग्रेजुएट : दिल्ली यूनिवर्सिटी, लेडी श्रीराम कॉलेज से इकोनॉमिक्स (ऑनर्स)
पोस्ट ग्रेजुएट : उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी से गोल्ड मेडल
पिता : राजकुमार बंसल (व्यवसायी)
मां : सरिता बंसल (गृहणी)
भाई : विभु बंसल (बैंक अधिकारी)
पता : लाला लाजपत राय मार्ग, ऋषिकेश

युवाओं के लिए संदेश
मैं अपने साथियों को जरूर संदेश देना चाहूंगी। ऐसा कहा जाता है कि युवा देश की नींव होते हैं। अपने प्रयास से, अपनी लगन से हमें यही कोशिश करनी चाहिए कि हम उस स्तर पर पहुंचें कि हमारे देश को, हमारे समाज को, हमारे परिवार को हम पर गर्व हो। जो भी हम करें, जिस भी क्षेत्र में हम जाएं, चाहे वह सिविल सर्विसेज हो, मेडिकल हो, इंजीनियरिंग हो जिस भी फिल्ड में जाएं, अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। लक्ष्य ऊंचा रखें। इसके लिए मेहनत और लगन से तैयारी करें। खुद पर विश्वास रखें, धैर्य रखें। ऐसा प्रयास करें कि जो भी लोग हमसे जुड़े हैं उन्हें हमपर गर्व हो। 

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