हिन्दुस्तान की मुहिम : टिहरी को स्वच्छ रखने की ली शपथ-VIDEO
‘मां कसम हिन्दुस्तान स्वच्छ रखेंगे हम’ अभियान के तहत शुक्रवार को नई टिहरी में संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने हिस्सा लिया। नगर पालिका सभागार बौराड़ी...
‘मां कसम हिन्दुस्तान स्वच्छ रखेंगे हम’ अभियान के तहत शुक्रवार को नई टिहरी में संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने हिस्सा लिया। नगर पालिका सभागार बौराड़ी में आयोजित संवाद कार्यक्रम में बुद्धिजीवियों ने स्वच्छता पर कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। साथ ही पालिकाध्यक्ष के समक्ष स्वच्छता से जुड़ी अपनी शिकायतें भी रखी।
संवाद कार्यक्रम में सभी ने स्वच्छता के लिए मिलकर कार्य करने को जरूरी बताया। इस दौरान टिहरी को स्वच्छ रखने की शपथ भी ली गयी। अध्यक्ष डीसीडीएफ के अध्यक्ष अनुसूया नौटियाल ने कहा कि शहर में कूड़े की समस्या है। इसके लिए पालिका को कूड़े का आधुनिक ढंग से निस्तारण करना चाहिए। जैविक कूड़े से खाद निर्माण कर पलायन को रोका जा सकता है। पर्यटक शहर में तभी आएंगे जब शहर स्वच्छ होगा। सामाजिक कार्यकर्ता राकेश नौटियाल ने कहा कि स्वच्छता के प्रति हिन्दुस्तान की पहल सरहानीय है। इससे लोगों में जारूकता बढ़ेगी। डोर-टू-डोर कूड़ा एकत्र करने वाले वाहनों की संख्या बढ़नी चाहिए। नागरिक मंच के अध्यक्ष सुन्दरलाल उनियाल ने कहा कि नई टिहरी एक विस्थापित शहर है। जहां कूड़ा निस्तारण सही प्रकार से नहीं हो रहा है। वार्ड मेम्बरों को अपने वार्ड में पिट का निर्माण कर कूड़े का निस्तारण करना चाहिए।
जिला पंचायत सदस्य शांति शाह ने कहा कि शहर में कुछ लोग यहां-वहां कूड़ा फेंक देते हैं। इससे गंदगी बढ़ती है, पालिका को सीसीटीवी लगाने चाहिए। जिससे कूड़ा इधर-उधर कूड़ा फेंकने वालों पर रोक लगेगी। साथ ही डोर-टू-डोर कूड़ा वाहन का समय भी निश्चित होना चाहिए। सभासद प्रवीण रावत ने कहा कि स्वच्छता की जिम्मेदारी केवल पालिका की नहीं है। लोगों को भी शहर की स्वच्छता के लिए पालिका को सहयोग करना चाहिए। इसके लिए लोगों को प्रत्येक सप्ताह 2 घंटे श्रमदान अपने आस पड़ोस को स्वच्छ रखना चाहिए। राजकीय शिक्षक संघ के मण्डल अध्यक्ष रविंद्र राणा ने कहा कि स्वच्छता के लिए प्रत्येक व्यक्ति का जागरूक होना जरूरी है। लोग अपना घर तो साफ रखते हैं, लेकिन घर का कूड़ा सड़क पर फेंक देते हैं। सभी को अपने घर का कूड़ा पालिका की कूड़ा गाड़ी में ही डालना चाहिए।
छात्र हरीश सिंह ने कहा कि स्वच्छता हेतु प्रत्येक को अपने से पहल करने की जरूरत है। वार्डों में सभासदों को जिम्मेदारी लेनी चाहिए, साथ ही अन्य को भी स्वच्छता के लिए प्रेरित करना चाहिए। एनएसएस व एनसीसी के स्वच्छता अभियानों में जन सहभागिता भी जरूरी है। छात्रसंघ अध्यक्ष गौरव रावत का कहना है कि स्वच्छता के लिए स्वयं जिम्मेदारी लेना जरूरी है। केंद्र व राज्य सरकार के स्वच्छता अभियान तभी सफल होंगे, जब लोग सहयोग करेंगे। शहर में सार्वजनिक स्थलों पर नो स्मोकिंग जोन होने चाहिए। शिक्षक राजेन्द्र बुहुगुणा ने कहा कि हिन्दुस्तान की इस पहल का स्वागत है। स्वच्छता की इस मुहिम को दिवस या पखवाड़े के रूप में नहीं, बल्कि निरंतर जारी रखा जाना चाहिए। स्वच्छता के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा। साथ ही गंदगी करने वालों को रोकना चाहिए। वार्डों में निगरानी समितियां गठित की जानी चाहिए।
प्रभारी प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय नई टिहरी डॉ.पीके सिंह ने कहा कि स्वच्छता में भारत बहुत पीछे है, इसको आगे लाने लिए प्रत्येक नागरिक को पहल करनी होगी। गंदगी फैलाने वालों पर जुर्माना लगना चाहिए। शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा वाहन का समय निश्चित नहीं है। पॉलिथीन पर पूर्ण प्रतिबंध लगना चाहिए। जिला चिकित्सालय बौराड़ी के डॉ.अफजल ने कहा कि शहर में सबसे ज्यादा जैविक कूड़ा होता है। इससे गैस और खाद बनायी जा सकती है। इससे कूड़ा निस्तारण के साथ पालिका को भी आय होगी। नगर निकाय कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष राजेन्द्र कठैरिया ने कहा कि शहर में व्यापारियों को कूड़ेदान का प्रयोग करना चाहिए। अपने ग्राहकों से भी इसका प्रयोग करने के लिए कहना चाहिए। सफाई की जिम्मेदारी केवल सफाई कर्मियों की नहीं है। लोगों को अपना आस-पड़ोस स्वच्छ रखना चाहिए। आज स्वच्छता का विषय सिर्फ शहरों तक सीमित है, इसे ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाने की आवश्यकता है।
सामाजिक कार्यकर्ता साब सिंह सजवाण ने कहा कि स्वच्छता के लिए मानसिकता में सुधार की जरूरत है। पालिका में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने से कुछ नहीं होगा, जब तक कि लोग स्वयं अपने स्तर से सफाई के प्रति जागरूक नहीं होंगे। पॉलिथीन पर प्रतिबंध होना चाहिए। सभासद गिरीश घिल्डियाल ने कहा कि लोगों को कूड़ा इधर-उधर नहीं फेंकना चाहिए, अपने घरों से कुछ कदम पैदल चलकर कूड़ादान या पालिका की कूड़ा गाड़ी में ही कूड़ा डालना चाहिए। वरिष्ठ नागरिक किशोरीलाल चमोली ने कहा कि शहर की स्वच्छता के लिए ऐसे कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित किए जाने चाहिए। जिससे लोग स्वच्छता के प्रति जागरूक हो सकें।
पालिका के पास नहीं पर्याप्त संसाधन
नगरपालिका नई टिहरी के अध्यक्ष उमेश चरण गुंसाई ने कहा कि 42 वर्ग किमी में फैले नई टिहरी, बौराड़ी, बीपुरम, कोटी कॉलानी की साफ-सफाई के लिए पालिका के पास केवल 60 सफाई कर्मचारी हैं। शहर की विषम भौगोलिक परिस्थिति के कारण कर्मचारियों को शहर को स्वच्छ रखने में कई तरह की दिक्कतें आती हैं। पालिका को एक माह में 2 करोड़ बजट मिलता है। जिसमें से 1.30लाख पालिका कर्मचारियों के वेतन, पेंशन सहित अन्य खर्चों में व्यय हो जाता है। शेष धनराशि साफ-सफाई सहित अन्य कार्यों के लिए पूरी नहीं हो पाती है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता का भार पालिका पर ही नहीं डालना चाहिए, अन्य विभागों को भी इसमें भागीदारी निभानी चाहिए।