विकासनगर सरकारी अस्पताल में सब लोगों की नहीं हो पा रही जांच
उप जिला चिकित्सालय में हर रोज कोरोना जांच कराने के लिए लोग बड़ी संख्या में आ रहे हैं, लेकिन यहां दिन में सिर्फ बीस लोगों की ही आरटी-पीसीआर जांच की...
एक दिन में बीस लोगों की जांच ही हो पाई
रेपिड एंटीजन टेस्ट नहीं हो पा रहे हैं
विकासनगर। हमारे संवाददाता
उप जिला चिकित्सालय में हर रोज कोरोना जांच कराने के लिए लोग बड़ी संख्या में आ रहे हैं, लेकिन यहां दिन में सिर्फ बीस लोगों की ही आरटीपीसीआर जांच की जा रही है। जबकि रेपिड एंटीजन टेस्ट नहीं हो रहे हैं, जिसके चलते यहां जांच के लिए आने वाले लोगों को बैरंग ही वापस लौटना पड़ रहा है।
कोरोना की दूसरी लहर का प्रसार बढ़ने के साथ ही सरकार और प्रशासन लोगों से कोरोना जांच के लिए खुद ही आगे आने के लिए कह रहा है। स्वास्थ्य विभाग को भी सरकार की ओर से जांच बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन उप जिला चिकित्सालय विकासनगर का नजारा इससे बिल्कुल उलट है। यहां हर रोज सैकड़ों की संख्या में लोग कोरोना जांच के लिए आ रहे हैं, लेकिन जांच काउंटर पर एक दिन में सिर्फ बीस लोगों की जांच की जा रही है। गुरुवार को अस्पताल में जांच कराने आए परविंदर सैनी, पूनम सैनी, रमेश कुमार, शालिनी, नमिता ने बताया कि सुबह आठ बजे से ही कोरोना जांच के लिए कतार में खड़े हो गए थे। जांच काउंटर पर पहुंचे कर्मचारी ने बताया कि सिर्फ बीस लोगों की जांच होगी। जबकि इस दौरान करीब डेढ़ सौ अधिक लोग कतार में खड़े हो चुके थे। कर्मचारी से रेपिड एंटीजन टेस्ट की मांग की गई तो मना कर दिया गया।
कोरोना जांच करने वाले एक कर्मचारी की बुधवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिससे काउंटर पर एक ही कर्मचारी रह गया। इसलिए सुबह बीस लोगों की ही जांच हुई, लेकिन उसके बाद काउंटर पर अन्य कर्मचारियों को तैनात कर जांच दोबारा शुरू कर दी गई।
डा. प्रदीप चौहान, नोडल अधिकारी