हरिद्वार मे मंत्री समर्थकों के विवाद में कूदी कांग्रेस, अफसरों पर सवाल
शहर में दो कद्दावर मंत्रियों के समर्थकों के बीच हुए बवाल में अब कांग्रेस भी कूद पड़ी है। कांग्रेस ने भाजपा समेत मंत्रियों पर हमला करने के साथ ही पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल...
शहर में दो कद्दावर मंत्रियों के समर्थकों के बीच हुए बवाल में अब कांग्रेस भी कूद पड़ी है। कांग्रेस ने भाजपा समेत मंत्रियों पर हमला करने के साथ ही पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं। दोनों तरफ से दर्ज मुकदमों में गिरफ्तारी की मांग भी की गई है।
पत्रकारों से वार्ता करते हुए पूर्व विधायक अंबरीश कुमार ने कहा कि भाजपा के लोगों ने सड़क पर उतरकर जिस तरह खूनी संघर्ष का खेल खेला है और सबकुछ देखते हुए भी अधिकारी खामोश रहे हैं, उससे लगता है कि उत्तराखंड में कानून का नहीं भाजपा की मनमर्जी का राज है। आरोप लगाया कि पूरे विवाद की जड़ आर्थिक हित हैं। सतपाल महाराज ने इस बार पार्किंग का ठेका ई टेंडरिंग से कराया है। मंत्री के चहेतों को ठेका न मिलने और रक्षासूत्र कार्यक्रम के लिए प्रेमनगर आश्रम का हॉल न मिलने पर पूरा बवाल हुआ है।
उन्होंने कहा कि जीरो टोलरेंस का दावा करने वाले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत घटना के दोषियों पर कार्रवाई कराएं और प्रेमनगर आश्रम की लीज भूमि को लेकर भी स्थिति स्पष्ट करें।कहा कि कांग्रेस इन सभी मुद्दों पर भाजपा की पोल खोलने के लिए जनांदोलन शुरू करेगी। पूर्व दर्जाधारी संजय पालीवाल ने कहा कि सरकार इमानदार है तो दोनों पक्षों पर कार्रवाई कराएं। सतपाल ब्रह्मचारी ने आरोप लगाया कि केआरएल कंपनी को समय-समय पर एफआईआर की धमकी देकर पैसे लिए जाते हैं। कहा कि मेयर बताएं कि कांवड़ मेले में 300 कर्मचारी कहां तैनात किए गए। मुरली मनोहर ने निगम कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर सवाल उठाए।