पिथौरागढ़ में किसान की आत्महत्या के विरोध में धरने पर बैठे कांग्रेसी
बेरीनाग के सरतोला गांव में कर्ज में डूबे किसान की आत्महत्या से गुस्साए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट में धरना दिया। उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार पर किसानों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। इस...
बेरीनाग के सरतोला गांव में कर्ज में डूबे किसान की आत्महत्या से गुस्साए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट में धरना दिया। उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार पर किसानों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड के किसानों का कृषि ऋण माफ नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। बेरीनाग में किसान सुरेंद्र सिंह की आत्महत्या से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ता कलक्ट्रेट में एकत्र हुए। यहां उन्होंने धरना देते हुए केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए धरना प्रदर्शन किया । सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि सीमांत जनपद में पहले सूखे और फिर बारिश व ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद हो गई हैं। जिस कारण किसान बैंक का कर्ज चुकाने में असमर्थ हो गए हैं। उन्होंने कहा कि किसान लंबे समय से कृषि ऋण की मांग कर रहे हैं। लेकिन मोदी सरकार किसानों की ओर ध्यान नहीं दे रही है। जिस कारण कर्ज चुकाने में असमर्थ किसानों को आत्महत्या करने को मजबूर होना पड़ रहा है। पूर्व विधायक मयूख महर ने कहा कि सत्ता मिलने के बाद भाजपा सरकार किसानों को पूरी तरह भूल गई। जिससे किसान खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर शीघ्र किसानों का ऋण माफ नहीं किया गया तो कांग्रेस किसानों के साथ मिलकर उग्र आंदोलन को बाध्य होगी। इस मौके पर पूर्व विधायक नारायण राम आर्य, कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुकेश पंत, क्षेत्र प्रमुख मंजू लुंठी, नगरपालिका अध्यक्ष जगत सिंह खाती, खीमराज जोशी, दीपक लुंठी, भुवन पांडे समेत कई लोग शामिल रहे।