शिक्षक ओपन स्कूल से 12 हजार में कर पाएंगे डीएलएड
बगैर डीएलएड प्राइमरी और उच्च प्राथमिक स्तर पर कार्यरत शिक्षकों को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान(एनआईओएस) डीएलएड कोर्स कराएगा। सरकार ने सरकारी के साथ ही निजी शिक्षण संस्थानों में कक्षा एक...
बगैर डीएलएड प्राइमरी और उच्च प्राथमिक स्तर पर कार्यरत शिक्षकों को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान(एनआईओएस) डीएलएड कोर्स कराएगा। सरकार ने सरकारी के साथ ही निजी शिक्षण संस्थानों में कक्षा एक से आठवीं तक तैनात शिक्षकों के लिए डीएलएड अनिवार्य कर दिया है। एनआईओए ऐसे शिक्षकों को एक मौका दे रहा है, जिनके पास डीएलएड सर्टिफिकेट नहीं है। उत्तराखंड शिक्षा विभाग और एनआईओएस क्षेत्रीय केंद्र की ओर से संयुक्त रूप से यह कोर्स कराया जा रहा है। एनआईओएस के क्षेत्रीय निदेशक प्रदीप कुमार रावत को इसका नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि शिक्षा के अधिकार अधिनयम 2009 के तहत जूनियर हाईस्कूल तक के सभी शिक्षकों के लिए दो वर्षीय डीएलएड कोर्स अनिवार्य कर दिया गया है। उत्तराखंड शिक्षा विभाग ऐसे सभी कार्यरत शिक्षकों और उनके स्कूलों की सूची उपलब्ध एनआईओएस को उपलब्ध करा रहा है, जिन्हें डीएलएड कोर्स जरूरी है। एनआईओएस की ओर से ऐसे सभी स्कूलों के लाग-इन पासवर्ड बनाएगा। जिस पर संबंधित स्कूल के प्राधानाचार्य अपने डीएलएड अप्रशिक्षित शिक्षकों की सूची अपलोड करेंगे। कोर्स की फीस छह हजार रुपए प्रतिवर्ष रखी गई है। प्रवेश ऑनलाइन www.nios.ac.in पर होंगे। रावत ने बताया कि बीएड डिग्रीधारक ऐसे शिक्षकों के लिए भी यह कोर्स अनिवार्य है, जो प्राइमरी और जूनियर कक्षाओं में पढ़ रहे हैं। कोर्स की जानकारी एनआईओएस की वेबसाइट पर ले सकते हैं।