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प्रेमनगर में तालमेल की कमी से नहीं बिछ रही पानी की लाइन

देहरादून। कार्यालय संवाददाता प्रेमनगर में दो-दो सरकारी इकाईयों में तालमेल की कमी के कारण स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पानी की लाइन पहुंचाने के लिए सड़क खोदी गई पर अब काम रूका...

प्रेमनगर में तालमेल की कमी से नहीं बिछ रही पानी की लाइन
Center,DehradunMon, 29 May 2017 07:57 PM
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देहरादून। कार्यालय संवाददाता प्रेमनगर में दो-दो सरकारी इकाईयों में तालमेल की कमी के कारण स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पानी की लाइन पहुंचाने के लिए सड़क खोदी गई पर अब काम रूका हुआ है। न पानी की सुविधा मिली न ही सड़क बन पा रही है। प्रेमनगर के छह नम्बर विंग में पानी की समस्या को देखते हुए स्थानीय लोगों ने कुछ समय पहले ट्यूबवेल की मांग की थी। जल संस्थान ने ट्यूबवेल व ओवरहेड टैंक का निर्माण कर दिया। जिससे प्रेमनगर, विंग नम्बर छह की पांच हजार की आबादी को फायदा मिला। इसके बाद योजना को विस्तार देने के लिए अमृत योजना में एक किलोमीटर की लाइन मोहनपुर क्षेत्र के लिए बिछाने का काम शुरू किया गया। प्रेमनगर मुख्य बाजार, मंडी, मोहनपुर बिजलीघर के आगे से इसके लिए सड़क की खुदाई का काम शुरू हो गया। आधी लाइन बिछ भी चुकी थी कि पीडब्ल्यूडी ने सड़क खोदने की स्वीकृति न होने की बात पर काम रूकवा दिया। जिससे मोहनपुर इस ट्यूबवेल का पानी नहीं पहुंच पाया। पिछले दो माह से लोग इस रूके हुए काम को शुरू करवाने का प्रयास कर रहे हैं। जल निगम का कहना है कि वह पीडब्ल्यूडी को सड़क खुदाई का पैसा दे चुका है जबकि पीडब्ल्यूडी इससे इंकार कर रहा है। स्थानीय निवासी राजीव पुंज व वीरू बिष्ट ने बताया कि इस मामले में तालमेल की कमी के कारण ही लोगों को परेशानी हो रही है। प्रेमनगर में आवाजाही का मुख्य मार्ग होने के कारण खुदी हुई सड़क में गिरकर चोटिल होने का खतरा है। आईएमए की पासिंग आउट परेड में यातायात डायवर्ट होने का सारा भार इसी मार्ग पर रहता है। ऐसे में इस बार प्रेमनगर में भारी मुसीबत हो सकती है। ----------- जल निगम खुदाई का पैसा काफी पहले पीडब्ल्यूडी को दे चुका है। सड़क को पीडब्ल्यूडी को ही बनानी है। इस बीच लाइन बिछाने का आगे का काम दूसरे विंग को चला गया है। वहीं आगे काम करेगा। सुजीत विकास, ईई, पेयजल निगम। अभी इस बारे में जानकारी नहीं है, मामला दिखवाया जाएगा। पैसा यदि जमा हुआ हो चुका है तो काम भी जल्द होगा। मलबे को हटाकर लोगों की परेशानी दूर की जाएगी। वाईएस राजवंशी, ईई निर्माण खंड पीडब्ल्यूडी।

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