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सुरक्षित दिवाली के लिए बरतें सावधानी, मुसीबत के वक्त डायल करें ये नंबर

उत्तराखंड में पूरी उमंग और उल्लास के साथ दिवाली का पर्व मनाया जा रहा है। त्योहार की खुशी बरकरार रखने के लिए खानपास से लेकर, आतिशबाजी आदि में कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत...

सुरक्षित दिवाली के लिए बरतें सावधानी, मुसीबत के वक्त डायल करें ये नंबर
हिन्दुस्तान टीम,देहरादूनWed, 18 Oct 2017 07:18 PM
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उत्तराखंड में पूरी उमंग और उल्लास के साथ दिवाली का पर्व मनाया जा रहा है। त्योहार की खुशी बरकरार रखने के लिए खानपास से लेकर, आतिशबाजी आदि में कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है। 

खान-पान की सावधानी 

दिवाली पर्व के चलते लोग खानपान में सावधानी बरतें। अगर शुगर  है तो मिठाई खाने से बचें। शराब के सेवन से पहरेज करें। पेट संबंधी दिक्कत है तो हल्का भोजन करें। ब्लड प्रेशर ज्यादा रहता है तो शराब का सेवन करने से बचना चाहिए। तली चीजें भी नहीं खानी चाहिए। लोगों को अपनी डाइट का ध्यान रखना चाहिए।  कैलोरी का भी ध्यान रखें। मसाले का प्रयोग करने से बचें। पेट से जुड़े रोग नॉनवेज और शराब से पहरेज रखें। उनका कहना है कि अगर इन बातों का ध्यान रखोगे तो अगले दिन किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होगी। 

सांस के मरीज इनहीलर जरूर साथ रखें 

दिवाली में पटाखे आदि जलाने से पैदा होने वाले प्रदूषण को लेकर विशेष तौर से सांस व दमा के मरीज अपने पास इनहीलर जरूर रखें।  अगर नियमित दवा ले रहे हैं तो वह भी दिवाली के दिन उक्त दवा अपने पास जरूर हो।  डा. केसी पंत ने बताया कि सांस और दमे के मरीजों को दिवाली के दिन खासी दिक्क्त होती है, क्योंकि इस दिन हवा में ज्यादा प्रदूषण होता है। इसलिए दमा के मरीज इनहीलर जरूर साथ रखें। जो लोग रोजाना दवा का सेवन करते हैं, उसका इंतजाम जरूर होना चाहिए। नेबोलाइजर मशीन भी होनी चाहिए। 

कोई दिक्कत हो तो इन नंबरों पर करे फोन 

दून अस्पताल चिकित्सा अधीक्षक (9760342513)
दून महिला चिकित्सालय (0135-2659236)
पुलिस (100)
फायर ब्रिगेड (101)
एंबुलेंस (108,102)
कॉमन हेल्पलाइन नंबर (112)
रोडवेज पूछताछ आईएसबीटी (01352643838)
रोडवेज पूछताछ पर्वतीय (2623435)
रेलवे पूछताछ (139)
रेलवे पुलिस (जीआरपी) (0135-2716223)
महिला हेल्पलाइन (2716239)

पटाखों से रहें सावधान 

पटाखे व फुलझड़ी जलाने में आंखों को बचा कर रखें। 
पटाखों को लेकर छोटे बच्चों को इससे दूरी बनाकर रखें। 
यदि शरीर का अंग जल जाए तो तत्काल इस पर तत्काल ठंडा पानी डालें 
जले अंग पर बर्फ भी मल सकते हैं, तत्काल डॉक्टर की मदद लें 
राकेट को थोड़ा दूरी से जलाएं

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