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आशाओं ने रोष स्वरूप नहीं मनाई दिवाली

आशा यूनियन उत्तराखंड की दर्जनों महिलाओं ने इस बार रोष स्वरूप दिलाई नहीं मनाई। गुरुवार को दीवाली पर्व पर आशा वर्कर धरना स्थल पर डटी रहीं। सुबह 10 बजे परेड ग्राउंड धरना स्थल पहुंच कर सरकार के खिलाफ...

आशाओं ने रोष स्वरूप नहीं मनाई दिवाली
हिन्दुस्तान टीम,देहरादूनFri, 20 Oct 2017 05:51 PM
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आशा यूनियन उत्तराखंड की दर्जनों महिलाओं ने इस बार रोष स्वरूप दिलाई नहीं मनाई। गुरुवार को दीवाली पर्व पर आशा वर्कर धरना स्थल पर डटी रहीं। सुबह 10 बजे परेड ग्राउंड धरना स्थल पहुंच कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

आशा यूनियन की प्रांतीय अध्यक्ष शिवा दूबे ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार महिलाओं की पूरी तरह से उपेक्षा कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी आशा महिलाएं पिछले दो महीनों से आंदोलन कर रही हैं। इस बीच धरना स्थल पर कई संगठन आए और सरकार से आश्वासन मिलने के बाद चले गए। लेकिन प्रदेश सरकार ने आज तक आशा यूनियन से बात करने की जहमत तक नहीं उठाई। जिसे लेकर सभी आशाओं में सरकार के खिलाफ भारी रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि जब तक आशाओं को बोनस का लाभ, न्यूनतम वेतनमान, राज्य कर्मचारी घोषित नहीं किया जाता वह धरना स्थल पर ही डटी रहेंगी। प्रदर्शन के दौरान बबीता शर्मा, मीना जखमोला, सुनीता चौहान, अनिता थापा, रजनी गैरोला, हेमलता, अंजु बिष्ट, हंसी नेगी, शिवदेई, ऊषा रावत आदि मौजूद रहे।

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