राजकीय शिक्षक संघ की समस्याओं के निदान को होगा संघर्ष
राजकीय शिक्षक संघ के चुनाव के बाद पदाधिकारियों ने समस्याओं पर मंथन किया। उन्होंने सुगम-दुर्गम का निर्धारण, स्कूलों का कोटिकरण सहित अन्य समस्याओं के निदान को प्रदेश नेतृत्व और शिक्षकों के सहयोग से...
राजकीय शिक्षक संघ के चुनाव के बाद पदाधिकारियों ने समस्याओं पर मंथन किया। उन्होंने सुगम-दुर्गम का निर्धारण, स्कूलों का कोटिकरण सहित अन्य समस्याओं के निदान को प्रदेश नेतृत्व और शिक्षकों के सहयोग से संघर्ष करने की बात कही। शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष भुवन चंद्र जोशी ने कहा कि संगठन पूर्व कार्यकारिणी और सभी सहयोगी शिक्षकों के सहयोग से काम करेगी। उन्होंने बताया कि संगठन सुगम-दुर्गम का सही निर्धारण करने, रमसा के शिक्षकों को प्रति माह वेतन देने, स्कूलों का सही-सही कोटकरण करने, मंडल परिवर्तन में पहली नियुक्ति तिथि से वरिष्ठता, बोर्ड परीक्षा में कम अंक होने पर चयन प्रोन्नत वेतनमान बाधित नहीं होने, कला व व्यायाम शिक्षा को इंटर तक लागू कर प्रवक्ता पदों का सृजन, 50 साल के बाद शिक्षकों को ट्रांसफर में छूट, शिक्षकों के लिए शिक्षक भवन का निर्माण करने, आयोग से चयनित प्रवक्ताओं को अधियाचन की तिथि से वरिष्ठता देने, समायोजित, तदर्थ एवं अन्य शिक्षकों के चयन प्रोन्नत का निस्तारण आदि मांगों के लिए संघर्ष करेगा। इस मौके पर जिलाध्यक्ष सीपी मिश्रा, मंत्री गोपाल सिंह मेहता, हरीश सिंह दफौटी, चंद्र गडि़या, संदीप कुमार जोशी, अंजू दिगारी, प्रताप सिंह महरा आदि मौजूद रहे।