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माओवादियों ने अब चौखुटिया में पोती दीवारें

जिले की चौखुटिया तहसील में भी मंगलवार की रात माओवादियों ने दीवारों पर नारे लिखकर और पर्चे फेंककर प्रशासन की नींद उड़ा दी है। बुधवार को जब इसकी खबर मिली तो आनन फानन में दीवारों पर लगाए गए नारे मिटा...

माओवादियों ने अब चौखुटिया में पोती दीवारें
Center,HaldwaniWed, 24 May 2017 11:03 PM
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जिले की चौखुटिया तहसील में भी मंगलवार की रात माओवादियों ने दीवारों पर नारे लिखकर और पर्चे फेंककर प्रशासन की नींद उड़ा दी है। बुधवार को जब इसकी खबर मिली तो आनन फानन में दीवारों पर लगाए गए नारे मिटा दिए गए। जबकि पर्चों को भी प्रशासन ने अपने कब्जे में ले लिया है। पर्चों में शराब का विरोध करने और दुकानों पर आग लगाने की बात लिखी गई हैं। बुधवार की सुबह चौखुटिया तहसील कार्यालय के आसपास और बाजार में कई जगहों पर माओवादी नारे और पर्चे फेंके मिले। जिसके बाद आनन फानन में इसकी जानकारी प्रशासन को दी गई। सूचना मिलने के बाउ पुलिस और तहसील प्रशासन के अधिकारियों ने जगह जगह दीवारों पर लिखे नारे मिटाए और बाजार में फेंके गए पर्चों को अपने कब्जे में ले लिया। बाजार में लिखे में नारों और फेंके गए पोस्टरों में शराब और माफियाओं के विरोध में खुलकर आगे आने और शराब की दुकानों में आग लगाने की बात लिखी गई है। पर्चे भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के उत्तराखंड जोनल कमेटी की ओर से प्रचारित किए गए हैं। क्षेत्र में माओवादी नारे और पर्चों के मिलने के बाद सनसनी फैली हुई है। तीन दिन के अंदर दूसरी माओवादी घटना अल्मोड़ा। पिछले तीन दिनों के अंदर माओवादी नारे लिखने और पर्चें फेंके जाने की यह दूसरी घटना है। माओवादियों ने पहले धौलछीना और सोमेश्वर में पोस्टर चिपकाने की वारदात को अंजाम दिया। जिसके ठीक दो बाद माओवादियों ने चौखुटिया में नारे लिखकर और पर्चें फेंककर फिर सनसनी फैला दी है। माओवादी घटनाओं के सामने आने के बाद खुफिया एजेंसियां उनकी तलाश में हैं, लेकिन आज तक उनके हाथ कोई सुराग नहीं लगा है। नई एसएसपी ने चार दिन पहले संभाली है कमान अल्मोड़ा। जिले की कमान चार दिन पहले नई एसएसपी के संभालने के बाद दो माओवादी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। लेकिन इसके बाद भी माओवादी घटनाओं पर लगाम नहीं कसी जा रही है। एसएसपी दलीप सिंह कुंवर के स्थानांतरण के बाद पी रेणुका ने चार दिन पहले ही जिले का प्रभार संभाला है। लेकिन फिर भी माओवादी गतिविधियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। माओवादी पोस्टर और पर्चे मिलने के बाद इस मामले की जांच शुरु कर दी गई है। पूरे क्षेत्र में गश्त बढ़ाने के साथ ही ऐसे लोगों को पकड़ने के लिए कार्रवाई की जा रही है। -धीरेंद्र पंत, थानाध्यक्ष

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