BHU अशांत: उकसाकर धरने पर बैठाया, कुलपति से न मिलने की दी धमकी
बीएचयू में छेड़खानी की पीड़ित छात्रा ने कुलपति प्रो. जीसी त्रिपाठी से मुलाकात कर बताया कि उसे लोगों ने उकसाकर धरने पर बैठाया। छात्रा ने कहा कि जब उसे यह समझ में आया कि इस मामले के जरिए बीएचयू और...
बीएचयू में छेड़खानी की पीड़ित छात्रा ने कुलपति प्रो. जीसी त्रिपाठी से मुलाकात कर बताया कि उसे लोगों ने उकसाकर धरने पर बैठाया। छात्रा ने कहा कि जब उसे यह समझ में आया कि इस मामले के जरिए बीएचयू और छात्रों को अराजक तत्वों ने हाईजैक कर लिया है, धरने का विरोध किया। छात्रा ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ बाहरी तत्वों ने धमकाया कि यदि कुलपति से मिली तो अंजाम अच्छा नहीं होगा।
बीएचयू प्रशासन ने यह दावा किया है कि छेड़खानी की घटना के दूसरे दिन 22 सितम्बर को पीड़िता ने साथी छात्राओं के साथ कुलपति से मुलाकात कर धरने का बॉयकाट कर दिया। कुलपति से मिलने के बाद छात्रा धरने पर नहीं लौटी। छात्रा के कहने पर ही कुलपति त्रिवेणी संकुल में अन्य छात्राओं से मिलने पहुंचे, जहां विरोधी गुट ने सड़क पर ही बात करने का दबाव बनाया।
कुलपति ने कहा कि बात सड़क पर नहीं छात्रवास के भीतर होगी। इसके बाद उपद्रवियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। जिसके कारण कुलपति को लौटना पड़ा। धरने के दौरान छात्राओं के तीन प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की। जिसमें त्रिवेणी संकुल की छात्राओं के साथ महिला महाविद्यालय की 25 छात्राएं शामिल थीं। इस बात की भनक जब मुख्यद्वार पर उपद्रवियों को लगी तो, कुलपति आवास पर धावा बोल दिया। कुलपति व छात्राओं के बीच चल रही वार्ता बंद कराई और यह संदेश दिया कि कुलपति ने मिलने से इनकार कर दिया है, जिससे आन्दोलन अनियंत्रित हो गया।