बीएचयू Video: कैंपस में छेड़खानी के खिलाफ छात्राओं का धरना जारी,तनाव
बीएचयू परिसर में छेड़खानी के विरोध में शुक्रवार को विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर सुबह से रात तक छात्राओं ने धरना-प्रदर्शन किया। उग्र छात्राओं के कारण प्रधानमंत्री के रूट में बदलाव करना पड़ा। पीएम के...
बीएचयू परिसर में छेड़खानी के विरोध में शुक्रवार को विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर सुबह से रात तक छात्राओं ने धरना-प्रदर्शन किया। उग्र छात्राओं के कारण प्रधानमंत्री के रूट में बदलाव करना पड़ा। पीएम के काफिले को गांधीनगर और साकेत नगर होते हुए मानस मंदिर ले जाया गया।
छात्राएं सुबह से ही मुख्य द्वार जामकर धरने पर बैठ गई। विश्वविद्यालय व जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रही छात्राओं के साथ बड़ी संख्या में छात्र भी शामिल हो गए। जिला प्रशासन व विश्वविद्यालय के अधिकारियों के मनाने पर भी नहीं मानीं। वे कुलपति को मौके पर बुलाने की मांग कर रही थीं।
प्रधानमंत्री के बनारस में कार्यक्रम को देखते हुए जिले के आला अफसर धरना स्थल पर पहुंचकर स्थिति सामान्य करने का प्रयास करते रहे। पीड़ित छात्रा की तहरीर पर दो अज्ञात बाइक सवारों के खिलाफ लंका थाना में छेड़खानी का केस भी दर्ज कर लिया गया।
बता दें कि गुरुवार की शाम भारत कला भवन के पास दृश्यकला संकाय की छात्रा के साथ बाइक सवार दो युवकों ने छेड़खनी की थी। छात्रा के शोर पर भी कुछ ही दूरी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने कुछ नहीं किया। छात्रा ने घटना की सूचना त्रिवेणी संकुल के वार्डेन को दी। जानकारी पर रात में ही प्राक्टोरियल बोर्ड के साथ खुद कुलपति त्रिवेणी हॉस्टल पहुंचे थे।
सुबह सैकड़ों छात्राएं व छात्र ने बीएचयू गेट पर चक्का जाम कर दिया। मुख्य द्वार से बीएचयू में आवागमन ठप हो गया। अस्पताल जाने वाली एम्बुलेंस को भी दो किमी घूमकर जाना पड़ा। जाम समाप्त कराने के लिए वार्डेन व चीफप्राक्टर ने प्रयास किया लेकिन छात्राएं कुछ सुनने को तैयार नहीं थीं। मौके पर एसडीएम राजातलाब, सीओ दशाश्वमेध, सीओ भेलूपुर के साथ कई थानों की फोर्स मौजूद रही।
एसडीएम व सीओ ने छात्राओं से बात कर बीएचयू कुलपति के आवास पर मिलने गए। वार्ता के बाद तय हुआ कि छात्र-छात्राओं के दस प्रतिनिधि वीसी से मिले लेकिन छात्र-छात्राएं तैयार नहीं हुई। धरना खत्म करने का प्रयास देर शाम तक चलता रहा। बीएचयू प्रवक्ता डा. राजेश सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र छात्राओं की सुरक्षा के लिए कटिबद्ध है। चीफ प्राक्टर प्रो. ओएन सिंह ने मांग पत्र कुलपति को सौंप दिया है। विवि कमेटी बनाकर उनकी मांगों पर विचार करेगी तथा नियमानुसार उसे लागू करेगी। उन्होंने कहा कि छात्राओं का प्रदर्शन राजनीति से प्रेरित प्रतीत हो रहा है।