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काशी में मोदी: 23 योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास

सूबे में भाजपा सरकार बनने के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र बनारस पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार तीसरे पहर यहां 23 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। लोकार्पित परियोजनाओं में...

काशी में मोदी: 23 योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास
वाराणसी मुख्य संवाददाता Fri, 22 Sep 2017 06:55 PM
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सूबे में भाजपा सरकार बनने के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र बनारस पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार तीसरे पहर यहां 23 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। लोकार्पित परियोजनाओं में 300 करोड़ की लागत वाले पं. दीनदयाल हस्तकला एवं व्यापार सुविधा केन्द्र, माइक्रो फाइनेंस के लिए उत्कर्ष बैंक, गंगा पर बने दो पुल और बिजली का एक उपकेन्द्र प्रमुख है।

इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि बनारस के हस्तशिल्पियों एवं बुनकरों के पास उनके पुरखों की बड़ी अमानत है जो पूरी दुनिया को चकाचौंध कर सकती है। बशर्ते अपनी हुनर का प्रयोग आधुनिक तरीके से करें। उन्हें वैश्विक बाजार उपलब्ध कराने के लिए सरकार कृतसंकल्पित है। उन्होंने बुनकरों-हस्तशिल्पियों से अपील कि अपने हुनर को मिटने न दें। इससे अपनी आने वाली पीढ़ियों को जोड़ें। प्रधानमंत्री ने कहा कि बुनकर फेसीलिटी सेंटर सिर्फ एक इमारत नहीं, यह भारत की, काशी क्षेत्र के बुनकरों के सामर्थ्य का प्रतीक है जो भविष्य में विकास की राह खोलेगा। 

हम शिलान्यास के साथ उद्घाटन भी करते हैं
प्रधानमंत्री ने विकास योजनाओं की लेटलतीफी के बहाने पूर्ववर्ती सरकारों को निशाने पर लिया। पीएम मोदी ने कहा कि अब तक की सरकारों ने सरकारी खजाने का उपयोग सिर्फ चुनावी गतिविधियों के लिए किया। पहली बार हमने विकास को प्राथमिकता दी है। उन्होंने चुटकी ली कि जिन परियोजनाओं का हम शिलान्यास करते हैं, उद्घाटन भी हम ही करते हैं। 

12 सालों से लटके थे पुल 
प्रधानमंत्री ने गंगा पर बने पुलों को लेकर पूर्ववर्ती सपा सरकार पर भी निशाने साधे। उन्होंने कहा कि महज छह माह में प्रदेश की भाजपा सरकार ने कई बड़ी योजनाओं को पूरा कराकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इनमें बनारस में गंगा पर बने दो पुल भी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि गंगा पर जिन दो पुलों-बलुआ और सामने घाट, का लोकार्पण प्रधानमंत्री ने किया, उनका निर्माण12 वर्षों में पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि देश में विकास की गति तेज हुई है। गरीबों के लिए सरकार काम कर रही है। अनेक साहसपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। 25 सालों से लटके मुद्दों पर सरकार ने कड़े फैसले लिए। उसका परिणाम पूरी दुनिया देख रही है। 

पूर्वांचल में बदलाव का दौर शुरू  
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैने पूर्वांचल को बदलने का एक संकल्प लिया है। बदलाव की शुरूआत हो चुकी है। बुनकर टे्रड फैसिलिटी सेंटर के साथ ही एक हजार करोड़ की परियोजनाओं के शिलान्यास एवं लोकार्पण से न केवल बनारस बल्कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के आर्थिक, सामाजिक और पर्यटन के क्षेत्र में बदलाव आएगा। 

जंगल में मोर नाचा किसने देखा.. 
प्रधानमंत्री ने कहा कि बुनकर और शिल्पकार अपने हुनर की बदौलत निर्माण करते हैं मगर उन्हें वैश्विक बाजार नहीं मिलता। इसलिए उनका आर्थिक विकास भी रूक जाता है। मैं सांसद बनने के बाद यहां पहली बार आया तो बुनकरों ने कहा था कि बच्चे अब इस हुनर के साथ जुड़ना नहीं चाहते। तभी लगा कि इतना बड़ा सामर्थ्य, हुनर अगर अलग हो गया तो इतिहास माफ नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि दुनिया जिस तेजी से बदल रही है, उसके हिसाब से बुनकरों-हस्तशिल्पियों को भी बदलना होगा। मगर जंगल में मोर नाचा, किसने देखा जैसी स्थिति  न हो, इसके लिए फैसिलिटी सेंटर के रूप में बुनकर भाइयों को वैश्विक बाजार बनारस में ही उपलब्ध करा दिया है। 

हर समस्या का समाधान विकास से संभव 
पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले जो सरकारें आती गई वह विकास के बदले चुनाव के लिए तिजोरी खाली करती रहीं। यही कारण रहा कि भारत विकास के पैमाने पर काफी पिछड़ गया था। हमारी कोशिश है कि गरीबों का आर्थिक विकास हो। गरीब सशक्तीकरण हो। गरीबें के हाथ में सामर्थ्य आ जाए। उन्हें काम का अवसर मिल जाए तो हिन्दुस्तान का कोई गरीब-गरीब नहीं रहेगा। 

गरीबी से बड़ा अभिशाप कुछ नहीं
प्रधानमंत्री ने गरीबों के हितों के लिए उठाए गए कदमों पर चर्चा की। कहा कि आप किसी भी गरीब से बात कीजिए। उनकी जिंदगी किसी अभिशप्त से कम नहीं होती। गरीब यही कहता है कि उसके दादा-परदादा गरीब थे  इसलिए वह भी गरीब है। लेकिन वह नहीं चाहता कि उसकी आने वाली पीढ़ी गरीबी में जिए। सरकार की मंशा गरीबों के आर्थिक उत्थान की है। जिसे तमाम संसाधनों के बदौलत उसे पूरा कर रहे हैंे। प्रधानमंत्री ने उत्कर्ष बैंक की तरीफ की और कहा कि बैंक ने महिलाओं के सशक्तीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। बैंक गरीबों के आर्थिक विकास के लिए समर्पण के रूप में काम कर रहा है। 

बड़ोदरा-काशी से जुड़ा व्यापारिक-धार्मिक रिश्ता
बड़ोदरा-बनारस के बीच संचालित होने वाली महामना एक्सप्रेस टे्रन को हरी झंडी दिखाने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि बड़ोदरा-बनारस के बीच महामना एक्सप्रेस के संचालन से एक नया रिश्ता जुड़ गया। दोनों शहरों के बीच काफी पुराना रिश्ता रहा है। अब टे्रन के संचालन से दोनों शहरों के आर्थिक विकास में तेजी आयी। धार्मिक व व्यापारिक गतिविधियां बढ़ेंगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं जब बनारस में चुनाव लड़ने आया था तब बड़ोदरा से भी लोकसभा चुनाव लड़ रहा था। दोनों स्थानों की जनता ने मुझे भारी बहुमत से चुनाव में जीत दिलायी। मगर मैंने सेवा के लिए काशी को चुना। यह टे्रन इसी सेवा की एक कड़ी है। दोनों शहरों की संस्कृति एक जैसी है। कभी गुजरात से टेक्सटाइल्स सबसे पहले चलकर बनारस ही आया था। अब बड़ोदरा से चलकर यह टे्रन बनारस आएगी। यह टे्रन दोनों शहरों के व्यापारिक  धार्मिक सांस्कृतिक एवं राजनीतिक रिश्तों को और भी मजबूती देगी। 

योगी ने छह माह में कमाल कर दिया...
प्रधानमंत्री ने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंच से जमकर तारीफ की। कहा कि महज छह माह में योगी सरकार ने कमाल कर दिया। उन्होंने कहा कि कई बड़ी परियोजनाएं कई सालों से लटकी थी। जिसे अपने संकल्पों के जरिए योगी ने पूरा कर दिखाया। प्रधानमंत्री ने इसके लिए सीएम योगी का आभार जताया और कहा कि यूपी में बदलाव की यह शुरूआत है। 

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