इनकम टैक्स इंस्पेक्टर ने गंगा में कूदकर दी जान
इनकम टैक्स इंस्पेक्टर यादवेंद्र प्रताप सिंह ने मंगलवार को रामनगर स्थित विश्वसुंदरी पुल से गंगा में कूदकर जान दे दी। यादवेंद्र को पानी में छलांग लगाता देख मल्लाहों ने बचाने का प्रयास किया पर वह असफल...
इनकम टैक्स इंस्पेक्टर यादवेंद्र प्रताप सिंह ने मंगलवार को रामनगर स्थित विश्वसुंदरी पुल से गंगा में कूदकर जान दे दी। यादवेंद्र को पानी में छलांग लगाता देख मल्लाहों ने बचाने का प्रयास किया पर वह असफल रहे।
मूलरूप से बभनियाव चौबेपुर के रहने वाले यादवेंद्र प्रताप सिंह इनकम टैक्स विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। विभागीय कर्मचारियों ने बताया कि मंगलवार को यादवेंद्र रोजाना की तरह सुबह करीब 10 बजे दफ्तर पहुंचे। वह कुछ देर दफ्तर में बैठे और बिना कुछ बताए चले गए। इसके बाद विश्वसुंदरी पुल से गंगा में कूदकर जान दे दी।
फोन पर मांगी माफी फिर लगा दी छलांग
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इंस्पेक्टर यादवेंद्र मंगलवार को रामनगर स्थित विश्वसुंदरी पुल पर फोन पर किसी से बात कर रहे थे। वह लगातार फोन पर किसी से बात कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि फोन पर वह किसी से कह रहे थे कि सारी गलती हमारी है। इसमें किसी का कोई दोष नहीं है। इसके बाद माफी मांगकर गंगा में कूद गए।
कई दिनों से तनाव में थे
दोपहर एक बजे रामनगर पुलिस ने उनके जेब से मिले पहचान पत्र के आधार पर विभाग के लोगों को सूचना दी। इसके बाद विभाग के अधिकारी और यादवेन्द्र के परिजन वहां पहुंचे। इस दौरान विभागीय अधिकारियों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से वह परेशान दिखाई दे रहे थे।
आखिर पुल तक कैसे पहुंचे यादवेंद्र
परिजनों ने बताया कि यादवेंद्र को उनका भतीजा बाइक से दफ्तर छोड़ने गया था। इसके बाद वह दफ्तर से विश्वसुंदरी पुल पर कैसे पहुंचे। इसे लेकर परिजन काफी हैरा हैं। यादवेन्द्र सोमवार को अपने पैतृक आवास बभनियाव चौबेपुर में दीपावली को लेकर सफाई कराने गए थे।
वायुसेना में इंजीनियर है बेटा
गंगा से कूदकर जान गंवाने वाले इनकम टैक्स इंस्पेक्टर यादवेंद्र का इकलौता बेटा हरिओम सिंह चंडीगढ़ स्थित वायुसेना के कार्यालय में इंजीनयर है। इसके अलावा तीन बेटियां सुप्रिया, प्रिया और आकांक्षा है। इनमें से दो की शादी हो चुकी है।