उन्नाव में किशोर का अपहरण, बंधक बनाकर पीटा
एक पिता व उसके दो बेटों ने मिलकर एक किशोर को घर से बुलाया और अपहरण कर ले गए। तीनों ने मिलकर किशोर के हाथ व पैर बंधकर पीट-पीट कर मरणासन्न कर दिया और उसे मरा समझते हुए शहर के पड़री चौराहे पर फेंक कर भाग...
एक पिता व उसके दो बेटों ने मिलकर एक किशोर को घर से बुलाया और अपहरण कर ले गए। तीनों ने मिलकर किशोर के हाथ व पैर बंधकर पीट-पीट कर मरणासन्न कर दिया और उसे मरा समझते हुए शहर के पड़री चौराहे पर फेंक कर भाग निकले। शुक्लागंज के शक्तिनगर में रहने वाले अन्नू सिंह (17) पुत्र जगदेव का परिवार मूलत: पुरवा कोतवाली के घूरखेत गांव का रहने वाला है। गांव के दबंगों के डर से परिवार शुक्लागंज में किराए का मकान लेकर रहने लगा था। 21 अगस्त को शाम गांव में रहने वाले कल्लू उसके बेटे अंशू व अंकुल उसके घर पहुंचे और अन्नू से किसी बात की पूछताछ के लिए लिवा ले गए। देर शाम तक जब अन्नू घर नहीं पहुंचा तो मां ने अंकुल को फोन कर उसके बारे में पूछा। तो अंकुल ने कई बार बयान बदल बदल कर जगह बताता रहा और परिजन अन्नू की खोजबीन करते रहे। मगर अन्नू का कहीं कोई अता पता नहीं चल सका। तब अन्नू की मां ने गंगाघाट कोतवाली में बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई। जबकि तीनों आरोपियों में पिता व बेटों ने मिलकर अन्नू के हाथ पैर बांधकर कर पीट पीट कर मरणासन्न कर दिया और उसके शहर के पड़री चौराहे पर मृत समझ फेंक कर भाग निकले। देर रात लोगों ने किशोर को पड़ा देखा तो भीड़ ने एम्बुलेंस की मदद से उसे जिला अस्पताल पहुंचा। जहां अज्ञात में उसका इलाज होता रहा। किशोर के न मिलने पर परिजनों ने कल्लू के घर पहुंच जानकारी की तो उसकी बहू गालियां देने के साथ मारपीट पर आमादा हो गई। तभी भीड़ ने अंशू व अंकुल को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस की पूछताछ में अंकुल ने बताया कि किशोर अन्नू जिला अस्पताल में भर्ती है। जानकारी होने पर सोमवार की सुबह पुलिस ने परिजनों को सूचना दी। परिजनों के पहुंचने के बाद सीओ सदर स्वतंत्र कुमार सिंह, कोतवाली प्रभारी अरविन्द कुमार सिंह, अस्पताल चौकी इंचार्ज आदि ने जिला अस्पताल पहुंच कर जांच पड़ताल की है।