हादसा टला: कानपुर के लिए चली ट्रेन दो हिस्सों में बंटी
चारबाग से कानपुर के लिए रवाना हुई गोरखपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस सोमवार को मवैया आउटर पर दो हिस्सों में बंट गई। इंजन से कोच को जोड़ने वाला कपलर खुल जाने से इंजन कोच छोड़ कर आगे निकल गया। अचानक हुए हादसे...
चारबाग से कानपुर के लिए रवाना हुई गोरखपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस सोमवार को मवैया आउटर पर दो हिस्सों में बंट गई। इंजन से कोच को जोड़ने वाला कपलर खुल जाने से इंजन कोच छोड़ कर आगे निकल गया। अचानक हुए हादसे से यात्रियों में हड़कंप मच गया। लोको पायलट ने समझदारी दिखाते हुए इंजन रोकने के बजाए तेज गति से आगे बढ़ा दिया। इससे एक बड़ा हादसा होने से बच गया।
जानकारों का कहना है कि अगर ट्रेन की रफ्तार अधिक होती तो हादसा हो सकता था। सोमवार को चारबाग से कानपुर के लिए रवाना हुई गोरखपुर यशवंतपुर एक्सप्रेस में इंजन को कोच से जोड़ने वाला कपलर मवैया के क्रासिंग नंबर दो पास अचानक खुल गया। इससे इंजन सारे कोचों को छोड़ कर आगे बढ़ गया। लोको पायलट को जल्द ही इस बात का अंदाजा हो गया कि कपलर खुल गया है। लोको पायलट ने इंजन रोकने के बजाए उसको आगे बढ़ाने शुरू कर दिया।
कोचों के रुकने के बाद इंजन को वापस लाया गया और कपलर से फिर से जोड़ कर ट्रेन को रवाना किया गया। इस दौरान ट्रेन करीब 20 मिनट तक खड़ी रही। घटना के बाद लोको पायलट ने स्वयं अपने हाथ से कपलर को जोड़ा। जांच के बाद ट्रेन को कानपुर की ओर रवाना कर दिया गया। हालांकि घटना के बाद रेलवे ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।