इस यूनिवर्सिटी में Jio शुरू करेगा Wifi सेवा, एक कोर्स से स्टूडेंट्स को मिलेगी रिलायंस में नौकरी
यूपी की रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में रिलायंस जियो वाईफाई सेवा शुरू करने जा रहा है। विश्वविद्यालय और रिलायंस जियो के बीच मेमोरंडम ऑफ अंडरस्टैडिंग (एमओयू) साइन हो गया है।
इस यूनिवर्सिटी में Jio शुरू करेगा Wifi सेवा
यूपी की रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में रिलायंस जियो वाईफाई सेवा शुरू करने जा रहा है। विश्वविद्यालय और रिलायंस जियो के बीच मेमोरंडम ऑफ अंडरस्टैडिंग (एमओयू) साइन हो गया है। एमओयू के बाद अब न केवल वाईफाई की सुविधा मिलेगी बल्कि जियो की मदद से ऑनलाइन एडमिशन भी होंगे और रुहेलखंड यूनिवर्सिटी विदेश की यूनिवर्सिटी से सीधे जुड़ेगी।
साथ ही स्टूडेंट एक खास कोर्स कर रिलायंस समूह में नौकरी भी पा सकेंगे। सबसे खास बात यह है कि इसके लिए रुहेलखंड यूनिवर्सिटी को एक पाई खर्च नहीं करनी पड़ेगी। तीन महीने बाद कैंपस में वाईफाई शुरू हो जाएगा। बुधवार को रुहेलखंड विवि में बुधवार को खचाखच भरे सभाकक्ष में रिलायंस जियो के एमडी, कुलपति और कुलसचिव ने एक दूसरे को फाइलों का आदान प्रदान कर एमओयू किया। रिलायंस जियो और यूनिवर्सिटी के बीच वाईफाई, सीयूजी मोबाइल और फाइबर आप्लिक्स लैब स्थापित करने पर सहमति बनी है।
रुहेलखंड यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. अनिल शुक्ला ने बताया कि वाईफाई और साइबर आप्टिक्स लैब का पूरा सेटअप जियो ही रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में लगाएगा और इसका पूरा खर्च भी उठाएगा। चाहे वह सेटअप लगाने के दौरान सड़की की खोदाई, वायरिंग या फिर बिजली या जेनरेटर का खर्च हो सब जियो वहन करेगा। इस दौरान कुलसचिव डा. साहब लाल मौर्या, वित्त अधिकारी पीएस चौधरी, परीक्षा नियंत्रक डा. महेश कुमार, प्रो. एके जेटली, प्रो. एनपी सिंह, रविंद्र गौतम, नवीन गुप्ता सहित कई शिक्षक व प्रोग्रामर मौजूद थे।
150 करोड़ से रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में बनाएंगे एक्सीलेंस सेंटर
जियो रुहेलखंड यूनिवर्सिटी को फ्रीवाई-फाई की सुविधा दे रही है। साथ ही अपनी नई वायरलाइन टेक्नोलॉजी के लिए रुहेलखंड यूनिवर्सिटी को सेंटर के रुप में इस्तेमल करेगी। 150 करोड़ रुपये खर्च कर एक्सीलेंस सेंटर स्थापित करेगी। जिसकी मदद से जियो पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वायरलाइन टेक्नोलॉजी के जरिए इंटरनेट की सुविधा देगी। यहां पर जियो हाईस्पीड फाइबर इक्विपमेंट लगाएगी। रिलायंस समूह के अधिकारियों ने बताया कि रुहेलखंड यूनिवर्सिटी कैंपस को वाईफाई करने के बाद अब सभी कॉलेजों को भी वाईफाई किया जाएगा। रुहेलखंड यूनिवर्सिटी को डिजिटल यूनिवर्सिटी की ओर ले जाने की की कोशिश है। इससे छात्रों को एजुकेशन और इंटरटेनमेंट दोनों का अनुभव मिलेगा।
सेंट्रल लाइब्रेरी में बनेगा कंट्रोलरुम
वाईफाई के लिए जियो सेंट्रल लाइब्रेरी में कंट्रोलरुम बनाएगी। इस काम में रुहेलखंड यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस विभाग के हेड डा. रविंद्र सिंह और डा. एसएस बेदी जियो से समन्वय स्थापित करेंगे। सभी विभागों और छात्रावासों में वाईफाई के लिए एक्सेस प्वाइंट लगाए जाएंगे। यह काम तीन महीने में पूरा हो जाएगा और फिर शुरू कर दिया जाएगा।
देश विदेश की यूनिवर्सिटी की लाइव क्लास देखेंगे स्टूडेंट
सीएसआईटी विभागाध्यक्ष डा. रविंद्र सिंह ने बताया कि छात्र वाईफाई नेटवर्क पर देश विदेश की यूनिवर्सिटी के वीडियो लेक्चर और स्टडी मेटेरियल भी देख सकेंगे। विवि में मौजूद वर्चुअल क्लासरुम की मदद से दूसरी यूनिवर्सिटी में चल रही लाइव क्लास से पढ़ाई भी कर सकेंगे। यूनिवर्सिटी के हर पंजीकृत व्यक्ति को एक महीने में एक जीबी डाटा फ्री वाईफाई मिलेगा।
छात्रों पर बरसेगी नौकरियां, मिलेगा प्लेसमेंट
रिलायंस जियो विश्वविद्यालय में फाइबर आप्टिक्स लैब स्थापित करेगा। इसपर 60 लाख रुपये का खर्च आएगा यह पूरा खर्च जियो उठाएगा। रुहेलखंड यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर और साइबर एक्सपर्ट डा. एसएस बेदी ने बताया कि यह फाइबर लैब इलेक्ट्रानिक्स डिपार्टमेंट में बनेगी।
बीटेक में अभी स्टूडेंट छह सब्जेक्ट प़ढ़ रहे हैं। इलेक्टिव सब्जेक्ट के रुप में साइबर आप्टिक्स जोड़ेंगे। जियो यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट और फैकल्टी को फाइबर आप्टिक्स लैब में ट्रेनिंग देगा। जियो इस पेपर की परीक्षा ऑनलाइन कराएगा और छात्रों को रेडी टू रोल सर्टिफिकेट देगा। जियो को अपने ही नेटवर्क पर काम सीखने वाला ट्रेंड मैन पॉवर मिलेगा। इन छात्रों को जियो या फिर समूह की दूसरी कंपनियों की नौकरी में वरीयता दी जाएगी।
ऑनलाइन एडमिशन, मूल्यांकन और पेपरलेस परीक्षा-कुलपति
कुलपति प्रोफेसर अनिल शुक्ला ने बताया कि जियो के साथ पांच साल का करार हुआ है। जियो की मदद से ऑनलाइन आवेदन, ऑनलाइन एडमिशन के साथ अब ऑनलाइन मूल्यांकन की दिशा में कदम बढ़ाएंगे। कोशिश है कि कॉलेजों में पेपर भेजने की प्रक्रिया भी धीरे-धीरे खत्म कर इसे ऑनलाइन कर दिया जाए।