ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशयूपी ने अमेरिकी निवेशकों के लिए बिछाया रेड कारपेट

यूपी ने अमेरिकी निवेशकों के लिए बिछाया रेड कारपेट

प्रदेश में 20 अमेरिकी कंपनियां विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करेंगी। राज्य सरकार और विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों ने सोमवार को इस मुद्दे पर यूएस-इंडिया स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप फोरम द्वारा आयोजित...

यूपी ने अमेरिकी निवेशकों के लिए बिछाया रेड कारपेट
प्रमुख संवाददाता,लखनऊMon, 23 Oct 2017 07:32 PM
ऐप पर पढ़ें

प्रदेश में 20 अमेरिकी कंपनियां विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करेंगी। राज्य सरकार और विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों ने सोमवार को इस मुद्दे पर यूएस-इंडिया स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप फोरम द्वारा आयोजित यूएस-इंडिया इंडस्ट्री कान्क्लेव में तीन सत्रों में विस्तार से चर्चा की। इस कॉन्क्लेव में सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि प्रदेश में विकास और निवेश की व्यापक सम्भावनाएं हैं। खासतौर पर स्वास्थ्य, औद्योगिक विकास, अवस्थापना, शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी और पर्यटन बहुत तेजी से उभरते क्षेत्र हैं। उन्होंने निवेशकों को भरोसा दिया कि राज्य सरकार हर संभव सहयोग देगी। तकनीक पर खास जोर दिया जा रहा है फिर भी प्रदेश बहुत पीछे है। पिछली सरकारों ने कुछ खास नहीं किया। अब सुरक्षा के साथ ‘फुलवर्किंग एनवायरमेंट’ देंगे। निवेश बढ़ाने के लिए शुरुआत कानून-व्यवस्था से होती है और हम उस पर काम कर रहे हैं। 
मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को नीति आयोग की मदद से पीपीपी माडल पर और बेहतर बनाया जा रहा है। पीएचसी-सीएचसी को अपडेट किया जा रहा लेकिन डॉक्टरों की कमी के चलते समस्याएं आ रही हैं। इस कमी को दूर करने के लिए टेलीमेडिसिन को बढ़ावा दे रहे हैं। टेली मेडिसिन, टेली कंसलटेंसी तथा टेली पैथालाजी के माध्यम से मरीजों को अच्छी सेवा देने के प्रयास किए जा रहे हैं। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कृषि को तकनीक आधारित कर रहे। 
19 कृषि विज्ञान केन्द्र खोलने की योजना है। खाद्यान्न के भण्डारण और परिवहन को विकसित करने की योजना है। इसी तरह पर्यटन के विकास की अपार सम्भावनाएं हैं और इस क्षेत्र में निवेशक बड़ी मात्रा में निवेश कर सकते हैं। इस अवसर पर नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने निवेश पर जानकारी देते हुए कहा कि आयोग के विकास की कई योजनाओं पर काम कर रहा है। हम ‘इनोवेशन’ का कल्चर बनाना चाहते हैं। यूएस एंबेसी में नार्थ इंडिया आफिस की निदेशक एरीयल पोल ने बताया गया कि 600 से ज्यादा कम्पनियां अमेरिका की इंडिया से चलती हैं। हम एनर्जी, इंफ्रास्ट्रक्चर और ट्रांसपोर्ट जैसी चीज़ों पर आगे सोच रहे हैं। यही नहीं स्मार्ट सिटी में भी हम सहयोग कर रहे हैं। स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में भी काम कर रहे हैं।

अफसर भी पहुंचे
मुख्य सचिव राजीव कुमार, औद्योगिक उत्पादन आयुक्त अनूप पांडे, प्रमुख सचिव उद्योग आलोक सिन्हा सहित अन्य अफसरों ने अलग-अलग सत्रों में निवेशकों से चर्चा की। 
इन्होंने की शिरकत
बोइंग इन्टरनेशन के वाइस चेयरमैन प्रत्युश कुमार, नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पाल, अमेरिकी दूतावास के उत्तर भारत कार्यालय की निदेशक एरियल पोलाक, यूएस व्यापार व विकास एजेंसी की कन्ट्री प्रतिनिधि मेहनाज अंसारी, मर्क शार्प एंड दोहमें (एमएसडी) फार्मासिटिकल्स प्रा.लि. के प्रबंध निदेशक विवेक कामथ, मेडीट्रानिक के भारतीय उप महाद्वीप के उपाध्यक्ष मदान आर. कृष्णन, शीरे के वाह्य विभाग के प्रमुख डा. भास्कर ज्योति सोनोवाल, दुवा कन्सलटिंग के पार्टनर बलिन्दर सिंह, एजुरेपावर के सीईओ इन्द्रप्रीत वाधवा, कारगिल इण्डिया के चेयरमैन सिराज चैधरी, मास्टर कार्ड (पब्लिक पालिसी साउथ एशिया) के उपाध्यक्ष रोहन मिश्रा और केपीएमजी साइबर सिक्योरिटी सर्विसेज के पार्टनर अतुल गुप्ता 
ताज विवाद पर तंज
मंत्री सिद्धार्थ नाथसिंह ने हाल में ताज विवाद पर कहा कि सरकार ने नए पर्यटन स्थलों के संबंध में बुकलेट जारी की थी, लेकिन कुछ लोगों ने इस पर विवाद खड़ा कर दिया। ताज हमारे लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है। अन्य स्थलों को भी विकसित किया जा रहा है। इस बुकलेट में यह था कि छह महीने में हमने किन पर्यटन स्थलों में विकास कार्य शुरू किए हैं। ताज तो पहले से ही हमारी प्राथमिकता में है।
पूर्व सरकार पर हमला
विदेशी निवेशकों के सामने मंत्री सिद्धार्थनाथ ने पूर्व की सपा सरकार पर भी जमकर हमले किए। कहा कि पिछली सरकार ने जातिवाद और धर्म के आधार पर काम किया। ट्रांसफर-पोस्टिंग उद्योग बन गया था। निवेश के केवल दावे किए गए हकीकत में कुछ नहीं हुआ।


 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें