लखनऊ जा रहे शिक्षा मित्रों को पुलिस ने रोका
जिले के दक्षिणांचल से निजी बस से लखनऊ आंदोलन में शामिल होने जा रहे 200 शिक्षा मित्रों को सोमवार की सुबह रायबरेली पुलिस ने हिरासत में ले लिया। शिक्षा मित्रों को पुलिस ने रायबरेली के बछरावा थाने पर रोक...
जिले के दक्षिणांचल से निजी बस से लखनऊ आंदोलन में शामिल होने जा रहे 200 शिक्षा मित्रों को सोमवार की सुबह रायबरेली पुलिस ने हिरासत में ले लिया। शिक्षा मित्रों को पुलिस ने रायबरेली के बछरावा थाने पर रोक लिया है। पुलिस की इस कार्यवाही से आक्रोशित शिक्षा मित्र वहीं थाने पर ही धरने पर बैठ गए।
समान कार्य समान वेतन सहित अन्य मांगों को लेकर शिक्षा मित्रों ने सोमवार से लखनऊ में सत्याग्रह आंदोलन का ऐलान किया था। आंदोलन के समर्थन में प्रदेश के लगभग पौने दो लाख शिक्षा मित्र अपनी मांगों को लेकर लखनऊ के लिए रवाना होने लगे। शिक्षा मित्रों की संख्या को देखते हुए शासन ने उन्हें जगह-जगह रोकना शुरु कर दिया।
रविवार को जिले से भी शिक्षा मित्र लखनऊ के लिए रवाना हुए। दक्षिणांचल के बभनी, बीजपुर, म्योरपुर आदि क्षेत्रों से रविवार को दो निजी बसों में सवार होकर लगभग 200 शिक्षा मित्र लखनऊ के लिए निकले। सोमवार की सुबह जब दोनों बसों से सवार शिक्षा मित्र रायबरेली के बछरावा में पहुंचे तभी पुलिस ने उन्हें रोक लिया। रायबरेली के बछरावा थाने के पुलिस ने सभी शिक्षा मित्रों को हिरासत में ले लिया।
पुलिस द्वारा रोके जाने से आक्रोशित शिक्षा मित्र वहीं थाने में धरने पर बैठ गए। इस दौरान शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष अफजल अहमद ने कहा कि प्रदेश सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है, लेकिन शिक्षा मित्र अपनी मांगों के लिए अंतिम दम तक संघर्ष करते रहेंगे। रायबरेली में सोनभद्र के रोके गए शिक्षा मित्रों में रविन्द्र पाण्डेय, निवासानंद, सुरेन्द्र, अशोक, सरिता शर्मा, मंजू देवी, अनिल, अर्जुन सिंह, चन्द्रसेन पाण्डेय, रविन्द्र श्रीवास्तव सहित लगभग 200 शिक्षा मित्र शामिल हैं।