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लखनऊ तक गूंजा हाईवे पर हंगामे का मामला

मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की समीक्षा बैठक के दौरान सर्किट हाउस के बाहर दिन भर चले हंगामे और विरोध प्रदर्शन की गूंज लखनऊ तक सुनी गई है। शासन ने इस बात को गंभीरता से लिया है कि मुख्यमंत्री के विरोध...

लखनऊ तक गूंजा हाईवे पर हंगामे का मामला
Center,MoradabadMon, 22 May 2017 05:02 PM
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मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की समीक्षा बैठक के दौरान सर्किट हाउस के बाहर दिन भर चले हंगामे और विरोध प्रदर्शन की गूंज लखनऊ तक सुनी गई है। शासन ने इस बात को गंभीरता से लिया है कि मुख्यमंत्री के विरोध में नारे लगते रहे और प्रदर्शनकारी काले झंडे लेकर लहराते रहे, जबकि वहां मौजूद पुलिस अफसर पूरी तरह से आंखें बंद किए रहे। पुलिस अफसर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई करना भूल समीक्षा बैठक सकुशल संपन्न होने पर अपनी पीठ थपथपाने में जुट गए। रात को जब लखनऊ से पूछताछ शुरू हुई तब अफसरों के हाथ-पांव फूल गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ रविवार को सुबह मूंढापांडे हवाई पट्टी से हेलीकाप्टर द्वारा रतुपुरा पहुंचे। वहां दिव्यांगों को उपकरण वितरित किए। इसके बाद सीधे सर्किट हाउस आए। इससे पहले सीएम ने राही होटल में भाजपा पदाधिकारियों के संग बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री को अपनी फरियाद सुनाने के लिए कई संगठनों के लोग और व्यक्तिगत समस्याएं लेकर लोग पहुंचने लगे। पहले सभी सीएम से मिलाने की गुहार लगाते रहे, लेकिन सक्रिट हाउस में नो एंट्री की जानकारी होने पर नारेबाजी के साथ ही हंगामा शुरू कर दिया। नारेबाजी और हंगामे तक गनीमत थी प्रदर्शनकारी भारी पुलिस बल की मौजूदगी में कई-कई बार हाईवे जाम करने में सफल रहे। पुलिस बार-बार प्रदर्शनकारियों को समझाकर जाम खुलवाती रही। इसी बीच बहुजन समन्वय समित के लोगों ने सभी को धता बताते हुए सर्किट हाउस के गेट पर पहुंच कर काले झंडे लहराने शुरू कर दिए। फरियाद लेकर पहुंचने वालों की जब सुनवाई नहीं हुई तो उनका आक्रोश भड़कता गया और मुख्यमंत्री के जाने तक प्रदर्शनकारी सर्किट हाउस के गेट पर जमे रहे। नारेबाजी व हंगामे की गूंज समीक्षा कर रहे सीएम योगी आदित्यनाथ तक भी पहुंची। समीक्षा के बाद सीएम बाहर निकले। वह सड़क मार्ग से होकर हवाई पट्टी जाना चाहते थे, जिससे रास्ते में मलिन बस्ती, जिला अस्पताल और गेहूं खरीद केंद्रों का निरीक्षण किया जा सके। मगर सर्किट हाउस के बाहर हो रही जबरदस्त नारेबाजी से उन्हें अपना कार्यक्रम बदलना पड़ा। सूत्रों के अनुसार सीएम ने इसे गंभीरता से लिया है। खास बात यह कि इतना सब कुछ होता रहा अधिकारी सर्किट हाउस के गेट पर खड़े होकर आंखें बंद किए रहे। शाम होने तक मामले ने गंभीर रुख अख्तियार कर लिया। रात में ही हंगामा करने व काले झंडे दिखाए जाने वालों की शिनाख्त के निर्देश दिए गए।

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