ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश संभलधान की फसल में आया रोग, किसान परेशान

धान की फसल में आया रोग, किसान परेशान

धान की रोपाई हुए अभी दो माह का भी समय नहीं हुआ है और तना छेदन कीट ने धान में अपनी दस्तक दे दी है। इससे किसान परेशान हो गया है। धान का तना सूखने लगा है। जिसको लेकर किसानों ने कीटनाशक दवाओं का छिड़काव...

धान की फसल में आया रोग, किसान परेशान
हिन्दुस्तान टीम,संभलTue, 01 Aug 2017 06:44 PM
ऐप पर पढ़ें

धान की रोपाई हुए अभी दो माह का भी समय नहीं हुआ है और तना छेदन कीट ने धान में अपनी दस्तक दे दी है। इससे किसान परेशान हो गया है। धान का तना सूखने लगा है। जिसको लेकर किसानों ने कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करना शुरू कर दिया है, जबकि कृषि वैज्ञानिक किसानों से जैविक दवा का प्रयोग करने की सलाह दे रहे हैं। मंगलवार को भुलाबई गांव के किसान फूल सिंह, श्रीराम मौर्या, श्रीपाल, विजयपाल, ब्रजपाल शर्मा ने बताया कि अभी उन्हें धान की रोपाई किए हुए 40 से 45 दिन हुए है। बरसात कम होने की वजह से ट्यूबवेल से धान में पानी भर नहीं पाए है, जिसकी वजह से धान में तना छेदन कीट का प्रकोप आ गया है, जिससे धान का गोभ सूखने लगा है। बढ़वार प्रभावित हो रही है। इसके लिए किसान इधर से उधर जानकारों के चक्कर काट कर कीटनाशन दवाओं का प्रयोग करने पर मजबूर हो रहे हैं। - कीट छेदन रोग से इस तरह करें बचाव बिलारी कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ. अरविन्द कुमार ने बताया कि तना छेदन कीट पर किसान जैविक दवा का प्रयोग करें, जिसके लिए एक हैक्टेयर में पांच ट्राइकोकार्ड लगाएं। जिसे पन्द्रह दिन में छह बार बदले। इसके अलावा जो किसान कैमिकल दवा का प्रकोप कर रहे हैं। वह इस बात का ध्यान रखे कि उनके द्वारा अधिक दवा का छिडकाव न हो जाए। इसलिए जरुरी है कि किसान हाइड्रोक्लोराइड 4 जी की 20 किग्रा मात्रा प्रति हेक्टयर या फिर हिफ्रोनिल दशमलव 3 जी 25 किग्रा प्रति हेक्टेयर से बिखराव कर दे। इसके बाद खेत में पानी जरुर लगाए।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें