घर में शौचालय के लिए मम्मी-पापा को मनाएंगे नौनिहाल
स्वच्छता मिशन को सार्थक करने में स्कूली बच्चे भी भागीदारी निभाएंगे। घर में अगर शौचालय नहीं है तो वे इसके लिए मम्मी-पापा को मांगपत्र भेजकर जिद करेंगे। इसके लिए विभाग उन्हें उत्साहित करेगा। पांच...
स्वच्छता मिशन को सार्थक करने में स्कूली बच्चे भी भागीदारी निभाएंगे। घर में अगर शौचालय नहीं है तो वे इसके लिए मम्मी-पापा को मांगपत्र भेजकर जिद करेंगे। इसके लिए विभाग उन्हें उत्साहित करेगा। पांच सितम्बर को शिक्षक दिवस के मौके पर बच्चों से मांगपत्र भरवाकर भिजवाया जाएगा। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के निदेशक विजय किरण आनंद ने प्रदेश के सभी डीएम को इसका आदेश जारी कर दिया है। आदेश में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने दिसम्बर 2017 तक 30 जनपद और दो अक्तूबर 2018 तक पूरे प्रदेश को खुले में शौच से मुक्त बनाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए शौचालय निर्माण के साथ ही व्यापक प्रचार-प्रसार जरूरी है। इसमें शिक्षक दिवस के मौके पर स्कूलों में बच्चों से गतिविधियां कराना प्रभावशाली रहेगा। लिहाजा, सभी शासकीय-गैरशासकीय स्कूल सुबह में रैली निकलवाएंगे। इसके बाद मांग पत्र भरवाए जाएंगे। कक्षा पांच से बारह तक के बच्चों को शामिल किया जाएगा। मांग पत्र गतिविधि को सीडीओ, बीएसए, डीआईओएस या जिला पंचायतराज अधिकारी नेतृत्व कर अपनी देखरेख में क्रियान्वन कराएंगे। बाल निगरानी समिति का गठन होगा मिशन निदेशक ने शिक्षक दिवस पर बाल निगरानी समिति का गठन करने के निर्देश दिए हैं। इसमें कम से कम दस बच्चे शामिल किए जाएंगे। इनकी नियमित बैठक होगी। ये बच्चे स्कूल में बच्चों के नाखूनों की जांच, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता, शौचालय की सफाई, हाथ धोने के साबुन, प्रांगण की सफाई आदि स्वच्छता संबंधी कार्यों की मॉनिटरिंग कर प्रभारी शिक्षक को अवगत कराएंगे। श्रेष्ठ कार्य करने वाले पदाधिकारी बच्चे को समय-समय पर प्रोत्साहित किया जाएगा।