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आखिरकार सत्ता परिर्वतन के बाद छिन ही गई राजप्रीत की कुर्सी

प्रदेश में सत्ता परिर्वतन के बाद आखिर पूरनपुर के ब्लाक प्रमुख की कुर्सी राजप्रीत से छिन गई। अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को क्षेत्र के 274 बीडीसी सदस्यों में 221 सदस्यों ने पहुंचकर भाग लिया। इसमें...

आखिरकार सत्ता परिर्वतन के बाद छिन ही गई राजप्रीत की कुर्सी
हिन्दुस्तान टीम,पीलीभीतFri, 11 Aug 2017 11:51 PM
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प्रदेश में सत्ता परिर्वतन के बाद आखिर पूरनपुर के ब्लाक प्रमुख की कुर्सी राजप्रीत से छिन गई। अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को क्षेत्र के 274 बीडीसी सदस्यों में 221 सदस्यों ने पहुंचकर भाग लिया। इसमें राजप्रीत के पक्ष में मात्र दो सदस्य ही आ सके जबकि विपक्ष में 213 मत पड़े। छह मत अवैध घोषित हुए। चुनाव में भाग लेने के लिए जांच पड़ताल के बाद सिर्फ बीडीसी को ही अंदर जाने की अनुमति मिल सकी। इस दौरान सदस्य के पतियों और सहयोगियों की भी इंट्री नहीं हो सकी। परिणाम जानने के लिए बाहर काफी भीड़ लगी रही और लोग अंदर की गतिविधियों का हाल लेते रहे। अविश्वास प्रस्ताव आने पर दूसरे खेमे के लोगों ने नगर में जुलूस भी निकाला। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद सबसे बड़े पूरनपुर ब्लाक प्रमुख की कुर्सी पर सपा से काबिज राजप्रीत को हटाने के लिए रणनीति बनने लगी थी। इसको लेकर भाजपा का एक खेमा प्रयास में लगकर सदस्यों से संपर्क में था। लोगों में चर्चा थी कि राजप्रीत से कुर्सी जा सकती है। डीएम के सामने भारी संख्या में क्षेत्र पंचायत सदस्यों के साथ भाजपा नेता अतेन्द्र पाल सिंह, लक्ष्मीकांत भारद्वाज, जिला पंचायत सदस्य मंजीत सिंह और भाजपा के जिला महामंत्री गुरभाग सिंह ने अविश्वास प्रस्ताव को लेकर शपथपत्र दिए थे। डीएम ने इसके लिए 11 अगस्त की तिथि तय की थी। शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पुलिस के कड़े पहरे में एसडीएम जेबी सिंह की मौजूदगी में पहले सदस्यों की बैठक हुई। बैठक में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर लगाए गए आरोपों पर चर्चा हुई। सभी ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए सहमति जताते हुए मतदान कराने का प्रस्ताव रखा। बैठक के बाद दोपहर बारह बजे से अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान कराया गया। शाम पांच बजे के बाद गिनती शुरू हो सकी। खंड विकास अधिकारी ऋषिपाल सिंह ने बताया 221 सदस्यों ने मतदान किया, इसमें 213 मत अविश्वास में और दो मत पक्ष में पाए गए। छह मतों को अवैध करार दिया गया। परिणाम आते ही भाजपा का खेमा खुशी से झूम उठा और जुलूस की शक्ल में नगर में घूमे। ब्लाक प्रमुख के चुनाव के लिए अब शासन से तय तिथि पर मतदान होना है। नया प्रत्याशी कौन होगा इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। इस अविश्वास प्रस्ताव को लेकर भाजपा नेता गुरभाग सिंह, पूर्व ब्लाक प्रमुख पति अजय भारती, रालोद नेता मंजीत सिंह, अतेन्द्रपाल सिंह, अनुराग मिश्रा सहित कई भाजपाई और अन्य दलों के नेता पूरे समय वहां डटे रहे। पूरनपुर ब्लाक प्रमुख राजप्रीत कौर ने बताया कि बीडीसी सदस्यों का जो फैसला है वह स्वीकार है। उनके रहते प्रत्येक सदस्य को सम्मान दिया गया था और क्षेत्र में विकास कार्य कराए गए हैं। अब जब सदस्यों ने उन्हें स्वीकार नहीं किया है तो इसमें उन्हें कोई दिक्कत नहीं है। राजनीति में उतार चढ़ाव चलता रहता है।

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