जीएसटी से डांवाडोल हुई सेहत महकमे की सेहत
जीएसटी लागू हुए ढाई महीने के बाद भी सेहत महकमे की सेहत डांवाडोल पड़ी है। टेंडर नहीं होने से कई कार्य रुके पड़े हैं। यहां तक कि टीकाकरण की कोल्ड चेन को दुरुस्त बनाने का काम भी नहीं हो पा रहा है। सेहत...
जीएसटी लागू हुए ढाई महीने के बाद भी सेहत महकमे की सेहत डांवाडोल पड़ी है। टेंडर नहीं होने से कई कार्य रुके पड़े हैं। यहां तक कि टीकाकरण की कोल्ड चेन को दुरुस्त बनाने का काम भी नहीं हो पा रहा है। सेहत महकमे में जीएसटी लागू होने के बाद से तमाम काम ठप पड़े हैं। पूरे मंडल स्तर पर यही हाल है। एडी हेल्थ डॉ.जगवंती रानी ने बताया कि टेंडर के जरिये होने वाले काम रुके पड़े हैं। दरअसल, तकनीकी और कुछ व्यावहारिक कारणों के चलते अभी विभाग को जीएसटी नंबर नहीं प्राप्त हो पाया है। जिसके चलते कई तरह के काम ठप पड़े हैं। मसलन, कोल्ड चेन का सिस्टम सुधारने का काम रुका पड़ा है। जीएसटी के बाद अब ई टेंडरिंग की अनिवार्यता के चलते भी कुछ दिक्कतें आ रही हैं, लेकिन इन्हें दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उम्मीद है कि जल्द ही विभाग का कामकाज पूरी तरह से पटरी पर आ जाएगा। ...दो घंटे में जीएसटी से जुड़ गया एमडीए पिछले हफ्ते एमडीए को जीएसटी नंबर मिल गया। विभिन्न दिक्कतों का हवाला देकर स्टाफ ने जीएसटी में पंजीकरण नहीं हो पाने का तर्क दिया तो वीसी कनक त्रिपाठी ने सभी पटल प्रभारियों को कंप्यूटर सिस्टम के साथ प्राधिकरण कार्यालय के सभागार में बैठकर प्रक्रिया निपटा लेने का फरमान जारी किया। जिसके नतीजे में एमडीए दो घंटे में ही जीएसटी से जुड़ गया।