उबाल पर शिक्षामित्रों का गुस्सा
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सहायक अध्यापकी जाने के बाद उबले शिक्षामित्रों का आंदोलन शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। सुबह से दोपहर दो बजे तक कलक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन करने के बाद सभा की। इसमें सरकार...
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सहायक अध्यापकी जाने के बाद उबले शिक्षामित्रों का आंदोलन शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। सुबह से दोपहर दो बजे तक कलक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन करने के बाद सभा की। इसमें सरकार से पुनर्विचार याचिका दाखिल करने की मांग की गयी। बाइक जुलूस निकाल वे कलक्ट्रेट से भरूहना चौराहे पहुंचे। यहां उन्होंने मिर्जापुर-रीवां हाइवे पर बीचोबीच बैठकर चक्काजाम कर दिया। आनन-फानन में पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट डीपी मिश्र ने उन्हें समझाकर चक्काजाम समाप्त कराया। शिक्षामित्रों ने पीएम नरेन्द्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को संबोधित तीन सूत्री ज्ञापन भी सौंपा। शुक्रवार सुबह दस बजे जिले के विभिन्न क्षेत्रों से शिक्षामित्र जिला मुख्यालय पर पहुंचे। तय कार्यक्रम के अनुसार उन्होंने कलक्ट्रेट परिसर में धरना-प्रदर्शन किया। शिक्षामित्रों ने पीएम नरेन्द्र मोदी से संसद में नया कानून बनाकर उनके समायोजन करने की मांग की। शिक्षामित्रों ने समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग की। उन्होंने सरकार के सकारात्मक पहल करने तक विरोध प्रदर्शन जारी रखने की चेतावनी दी। धरना-प्रदर्शन जाम में आदर्श शिक्षामित्र वेल फेयर एसोसिएशन के अजयधर दुबे, विनोद कुमार सरोज, सुनील पटेल, रामदेव यादव, अशोक यादव, दुर्गा सिंह, राजेश दुबे, राजेश मिश्र, दिलीप सिंह, महेशउपाध्याय, अशोक राय, दीपेन्द्र बहादुर, बीडी त्रिपाठी, माला, अनिता, श्वेता, सरिता, अनुपम, मयंक प्रभा मौजूद रहे।इस बीच, भरूहना चौराहे पर चक्काजाम के दौरान दुर्गा सिंह बेहोश होकर गिर पड़े। साथी शिक्षामित्रों ने उनके मुंह पर पानी का छींटा मारकर उन्हें होश में लाया। बतौर सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय पर समायोजित शिक्षामित्रों ने सर्वोच्च कोर्ट ने एक झटके में खत्म कर दिया। 40 हजार रुपये की पगार वाली नौकरी वह भी घर का चूल्हा चौका करते हुए । सब कुछ हाथ से फिसल गया है। शिक्षामित्रों का चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान धर्म पत्नी का अनशन,धरना प्रदर्शन के लिए पति देव लेकर जिला मुख्यालय पर प्रतिदिन पहुंच रहे हैं। जब पत्नी धरने पर जिंदाबाद मुर्दाबाद के नारे लगा रही है तो पति देव आसपास रहकर उनकी हौसला आफजाई कर रहे हैं।