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आधी रात को कैंट बोर्ड ने कब्जे में लिए बूथ, दोगुनी व्हीकल इंट्री फीस

कैंट बोर्ड ने शुक्रवार की आधी रात के बाद सभी छह टोल प्वाइंट अपने कब्जे में ले लिए। रात से ही टोल टैक्स के बजाय अब व्हीकल इंट्री फीस वसूलनी शुरू कर दी है। यह टोल टैक्स के मुकाबले दोगुने से भी ज्यादा...

आधी रात को कैंट बोर्ड ने कब्जे में लिए बूथ, दोगुनी व्हीकल इंट्री फीस
हिन्दुस्तान टीम,मेरठFri, 30 Jun 2017 10:03 PM
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कैंट बोर्ड ने शुक्रवार की आधी रात के बाद सभी छह टोल प्वाइंट अपने कब्जे में ले लिए। रात से ही टोल टैक्स के बजाय अब व्हीकल इंट्री फीस वसूलनी शुरू कर दी है। यह टोल टैक्स के मुकाबले दोगुने से भी ज्यादा है। मेरठ और देहरादून कैंट में सुप्रीम कोर्ट के स्टे आर्डर के आधार पर टोल टैक्स वसूला जा रहा है। देश के बाकी कैंट में टोल टैक्स की जगह व्हीकल इंट्री फीस वसूली जा रही है। पांच जून को कैंट बोर्ड ने फैसला लिया कि एक जुलाई से जीएसटी लागू होने के बाद टोल टैक्स की वसूली बंद कर दी जाए। इसकी जगह व्हीकल इंट्री फीस लगाई जाए। कैंट में बाउंड्री रोड, सरधना रोड, रोहटा रोड समेत टोल वसूली के छह प्वाइंट हैं। इन सभी प्वाइंट को कैंट बोर्ड ने शुक्रवार की रात 12 बजे के बाद से अपने कब्जे में ले लिया। हालांकि कैंट में टोल वसूली के ठेके की अवधि अक्तूबर तक है, लेकिन यह समय सीमा अब 30 जून की आधी रात को ही खत्म हो गई। कैंट में कामर्शियल वाहनों पर व्हीकल इंट्री फीस की तगड़ी मार पड़ेगी। अप्रत्यक्ष तौर पर इसका बोझ आम आदमी की जेब पर ही पड़ेगा। वाहनों से व्हीकल इंट्री फीसय प्रति प्रवेश के हिसाब से वसूली जाएगी। कैंट बोर्ड सीईओ राजीव श्रीवास्तव ने व्हीकल इंट्री फीस वसूले जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि यह कैंट बोर्ड के लिए आय का बड़ा स्रोत है। इससे आने वाला पैसा कैंट क्षेत्र के विकास पर खर्च किया जाता है। अगर भविष्य में प्रदेश सरकार जीएसटी के तहत इतनी रकम कैंट बोर्ड को देती है तो प्रवेश कर की वसूली बंद कर दी जाएगी। ऐसे बढ़ाई दरें: वाहन 30 जून तक दरें 1 जुलाई से दरें टैक्सी/कार जिसका कामर्शियल इस्तेमाल हो रहा है: 50 रुपये 100 रुपये हल्के कामर्शियल वाहन 40 रुपये 100 रुपये भारी व्यावसायिक वाहन 75 रुपये 150 रुपये ट्रेलर एवं अन्य बड़े वाहन 100 रुपये 250 रुपये

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