पत्रकारों को धमकाने वाले अब होंगे जेल में : ब्रजेश पाठक
पत्रकारों को धमकाने वाले अपराधी अब सीधे जेल में होगे, क्योंकि अब प्रदेश में ऐसी सरकार नहीं है, जो अपराधियों को संरक्षण देती हो। अब तो अपराधियों के खिलाफ चलने वाले मुकदमों में ऐसी पैरवी की जाएगी कि...
पत्रकारों को धमकाने वाले अपराधी अब सीधे जेल में होगे, क्योंकि अब प्रदेश में ऐसी सरकार नहीं है, जो अपराधियों को संरक्षण देती हो। अब तो अपराधियों के खिलाफ चलने वाले मुकदमों में ऐसी पैरवी की जाएगी कि उन्हें आसानी से जमानत भी न मिल सके। उक्त विचार ब्रज प्रेस क्लब एवं उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन के तत्वावधान में शनिवार को स्थानीय होटल में आयोजित पत्रकार संगोष्ठी में बोलते हुए उत्तर प्रदेश के कानून एवं न्याय, राजनीतिक पेंशन एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री ब्रजेश पाठक ने व्यक्त किए। कहा कि पत्रकारों के हर संघर्ष में वे पत्रकारों के साथ हैं तथा पत्रकार इसमें स्वयं को अकेला न समझें। इस मौके पर उनकी धर्मपत्नी राज्य महिला आयोग की पूर्व उपाध्यक्ष निर्मला पाठक भी मौजूद रहीं। उन्होंने उपजा के प्रदेश उपाध्यक्ष कमलकांत उपमन्यु को इतने अधिक पत्रकारों को एक मंच पर लाने के लिए साधुवाद दिया। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय महासचिव रतन दीक्षित ने पत्रकारों की दशा का जीवंत खाका प्रस्तुत करते हुए सरकारों की उनकी समस्याओं के प्रति बरती जा रही उदासीनता का विवरण प्रस्तुत किया। अंडमान निकोबार के पूर्व उपराज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल एके सिंह ने जहां पत्रकारों के काम को बहुत कठिन बताया, वहीं यह भी कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग हैं और पाकिस्तान को उसके बारे में विचार करना या सोचना छोड़ देना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार ने पत्रकारों के सामने आने वाली चुनौतियों का जिक्र किया। वरिष्ठ पत्रकार सईद अंसारी ने पत्रकारों से अपने अधिकारों से समझौता न करने का आह्वान किया। विधायक पूरन प्रकाश ने पत्रकारों को अधिक सुविधा देने का समर्थन किया। उप्र पत्रकार मान्यता समिति के अध्यक्ष हेमन्त तिवारी ने कहा कि आज पत्रकारिता में गिरावट का आरोप लगाने वाले यह भूल जाते हैं कि जैसा समाज होगा उसी से पत्रकार निकलकर आएगा। उत्तर प्रदेश विधान मंडल दल के पूर्व नेता प्रदीप माथुर ने कहा कि जिधर चौथा स्तंभ उठा देता है देश उधर ही चलने लगता है। अध्यक्षता कर रहे महामंडलेश्वर डॉ. अवशेषानन्द ने कहा कि पत्रकारों के सामने वैसे तो चुनौतियां ही चुनौतियां हैं, लेकिन उनकी चुनौतियों में चार चुनौतियां प्रमुख हैं। इस अवसर पर पत्रकार प्रमोद गोस्वामी, प्रदीप वशिष्ठ, सईद अंसारी, गोपी शर्मा आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। अंत में आयोजक ब्रज क्लब अध्यक्ष कमलकांत उपमन्यु एडवोकेट ने सभी का आभार व्यक्त किया।